मुंबई. गुरुग्राम पुलिस ने दो दिन पहले कुख्यात गैंगस्टर संपत नेहरा के हवाले से अभिनेता सलमान खान की हत्या की साजिश का खुलासा किया है। इसके बाद मंगलवार को उनके घर गैलेक्सी अपार्टमेन्ट के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। मुंबई पुलिस ने उनको बालकनी में न आने की हिदायत भी दी है। एसटीएफ के हत्थे चढ़े गैंगस्टर संपत नेहरा ने एसटीएफ को बताया था कि उसके लोगों ने सलमान के मूवमेंट की रेकी की है। उन्होंने सलमान की कई फोटोज और वीडियो भी रिकॉर्ड किए हैं।
डबल लेयर होगी सलमान की सुरक्षा
– सलमान खान अब से मुंबई पुलिस के डबल लेयर सुरक्षा व्यवस्था में रहेंगे। पुलिस के करीब एक दर्जन जवान चौबीस घंटे उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
– उनकी ये सुरक्षा इनडोर और आउटडोर दोनों होगी। यही नहीं, अब बिना मुंबई पुलिस को कुछ भी बताये ना तो वे कहीं जा सकते हैं और ना ही किसी से मिल सकते हैं।
– सलमान से मिलने उनके घर आने वाले हर खास और आम को पुलिस कि सुरक्षा जांच से होकर गुजरना पड़ेगा।
– इसके साथ ही पुलिस ने सलमान को बालकनी में न आने और लेट नाईट पार्टीज से बचने की हिदायत भी दी है।
संपत पर दर्ज है कई मामले
– गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, सम्पत नेहरा, लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए काम करता है, जिसने जनवरी 2018 में सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी।
– बिश्नोई ने काला हिरण शिकार मामले में सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी। हैदराबाद से पुलिस ने नेहरा को 6 जून को गिरफ्तार किया है।
– राजस्थान के चुरू जिले के कलौरी गांव का रहने वाला संपत गैंगस्टर लारेंस विश्नोई गिरोह का शार्प शूटर है। उसके खिलाफ हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और चंडीगढ़ में आपराधिक मामले दर्ज हैं। पिछले कई सालों से फरार चल रहे नेहरा के सिर पर नकद ईनाम घोषित किया गया था। वह छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहा है।बेहद खतरनाक है, लारेंस विश्नोई गिरोह
– पुलिस के मुताबिक, लारेंस विश्नोई गिरोह एक खतरनाक गिरोह है। यह गिरोह फेसबुक और व्हाट्सअप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी काफी सक्रिय है।
– नेहरा और उसका गिरोह इनेलो नेता के भाई की हत्या के प्रयास मामले में भी शामिल रहा है। चंडीगढ़ में मेडिकल स्टोर के मालिक से तीन करोड़ की फिरौती मांगने, पुलिस हिरासत से अपने सहयोगी दीपक को छुड़ाने के लिए पुलिस टीम पर गोलीबारी करने और कुरूक्षेत्र में एसयूवी लूटने के लिए एक व्यक्ति की हत्या के मामले में भी इस गिरोह पर संलिप्तता का आरोप है।