पिंपरी- गुजरात में हुए परप्रांतीयों के ऊपर हमले के विरोध में कल पिंपरी चिंचवड समाजवादी पार्टी की ओर से तीव्र निषेध मोर्चा निकालकर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार निकम्मी है जैसे नारे लगाए गए. शहर अध्यक्ष रफिक कुरेशी के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता पिंपरी चौक डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पुतले के सामने निषेध मोर्चा निकाला गया. समाजवादी पार्टी महिला अध्यक्षा वाहिदा शेख, चिंचवड विधानसभा अध्यक्ष रवि यादव, पुणे के सपा अध्यक्ष व यादव महासंघ अध्यक्ष दिनेश यादव, अशोक यादव, प्रवक्ता नरेंद्र पवार समेत कई पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित थे.
प्रवक्ताओं ने कहा कि भारत देश उत्तर भारतीयों का भी है. देश का संविधान कहता है कि कोई किसी भी राज्य में रोजी रोटी के लिए जा सकता है वहां रह सकता है. अगर कोई व्यक्ति गलती करता है तो उसे सजा मिलनी चाहिए. लेकिन एक की गलती की सजा पूरे समाज के लोगों को देना यह न्यायसंगत नहीं. गुजरात में परप्रांतीयों को पर जिस तरह सरेआम जुल्म ढहाया गया. बाल बच्चों के साथ लोगों को पलायन करना पडा इससे साफ जारी होता है कि भाजपा की राज्य व केंद्र सरकार के इशारे पर सबकुछ हुआ. पहले महाराष्ट्र में परप्रांतीय भगाओ का अभियान राजठाकरे की पार्टी मनसे ने चलाया अब इसी तर्ज पर गुजरात मे परप्रांतीय भगाओ का दमन चक्र चलाया जा रहा है. दोनों सरकारें परप्रांतीयों की जान माल की सुरक्षा करने में निकम्मी साबित हुई है. सभी पार्टियों को परप्रांतीय वोट चाहिए. मगर अफसोस कि पिंपरी चिंचवड,पुणे,मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी को छोडकर किसी पार्टी ने इस घटना का निषेध विरोध प्रदर्शन नहीं किया. पिंपरी चिंचवड में रहने वाले 3 लाख परप्रांतीयों को कांग्रेस, राष्ट्रवदी से उम्मीदें थी कि उनके स्थानीय नेता इस घटना का विरोध, निषेध करेंगे. मगर अफसोस एक विज्ञाप्पित तक जारी नहीं किए.
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