ऐसा पहली बार होगा जब यूपी की राजनीति के दो दिग्गज मायावती और अखिलेश यादव साथ-साथ मीडिया से रूबरू होंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस लखनऊ के होटेल ताज में होगी जिसके लिए मीडिया को आमंत्रित किया गया है। यह आमंत्रण एसपी के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी और बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा की ओर से भेजा गया है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस को शामिल नहीं किया गया है। ऐसे में संभावना है कि कांग्रेस दोनों के गठबंधन का हिस्सा नहीं होगी। पहले ऐसा कहा जा रहा था कि मायावती अपने जन्मदिन (15 जनवरी) पर गठबंधन का ऐलान कर सकती है लेकिन अब यह पहले ही घोषित होने की संभावना है। माना जा रहा है कि दोनों पार्टियां 37-37 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती हैं। वहीं कांग्रेस के गठबंधन में शामिल होने की स्थिति में उन्हें सिर्फ उनकी परंपरागत दो सीटें- अमेठी और रायबरेली दी जाएंगी। आरएलडी के भी इस गठबंधन में शामिल होने की संभावना है। यह भी कहा जा रहा है कि अगर अखिलेश और माया गठबंधन करते हैं तो 25 साल पहले का करिश्मा फिर से दोहराया जा सकता है, जब एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कांशीराम के साथ हाथ मिलाकर अयोध्या के चरम विवाद के दौर में यूपी में सरकार बनाई थी।
मायावती और अखिलेश की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कल, गठबंधन का हो सकता है ऐलान
लखनऊ-बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) सुप्रीमो मायावती और समाजवादी पार्टी ( एसपी) अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को लखनऊ में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं। इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की घोषणा कर सकते हैं। साथ ही सीटों के बंटवारे को लेकर ऐलान भी संभव है। प्रेस कॉन्फ्रेंस दोपहर 12 बजे होगी।