पिंपरी- कहते हैं जब दर्द हद से ज्यादा बढ जाए और नासूर बनकर आम जनता की लहू में दौडने लगे. जनता की आवाज सुनने वाला कोई नहीं. शासन-प्रशासन गांधी के तीन बंदर की भूमिका में हो तो ऐसे में गांधी के शास्त्र को अपनाना ही बेहतर होता है. पेट्रोल, डीजेल, …
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