पुणे-पुणे पुलिस ने आर्मी के 4 जवानों के खिलाफ रेप का केस दर्ज किया है। चारों पर आरोप है कि वे 4 साल तक लगातार एक गूंगी-बहरी महिला (30) के साथ रेप करते रहे। पीड़िता खडकी के सेना अस्पताल में काम करती है। आरोपी वहीं पर पीड़िता को अपनी हवस का शिकार बनाते थे। पुलिस एफआईआर के अलावा खडकी स्थित सेना के मुख्यालय ने चारों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का आदेश दिया है।
महिला बोल-सुन नहीं सकती है, इसलिए जुलाई में उसने इंदौर के एक एनजीओ को संपर्क किया। एनजीओ ने विशेषज्ञ ज्ञानेंद्र पुरोहित की मदद से इशारों में उसके बयान दर्ज किए। ज्ञानेंद्र महिला के साथ पुणे आए और हॉस्पिटल के कमांडेंट से चारों जवानों की शिकायत दर्ज कराई। सोमवार को महिला ने इंदौर के डीआईजी हरि नारायणचारी मिश्रा से संपर्क किया। महिला ने अपनी तहरीर में कहा है कि वह जुलाई 2014 में सेना हॉस्पिटल में काम कर रही थी। उसकी नाइट शिफ्ट थी और उसी दौरान एक जवान ने वॉर्ड के टॉइलट में उसके साथ रेप किया। महिला का दावा है कि उसने अपने उच्चाधिकारी और नर्सिंग असिस्टेंट को मेसेज भेजकर इसकी शिकायत की। उच्चाधिकारी ने उसे कार्रवाई का आश्वासन दिया। आरोप है कि उच्चाधिकारी ने उसे बात करने के लिए बुलाया तो उसने भी उसके साथ रेप किया। महिला का आरोप है कि उन्होंने उसे ब्लैकमेल किया कि अगर वह उनके साथ शारीरिक संबंध नहीं बनाएगी तो वे उसका भेजा गया मेसेज वायरल कर देंगे। दोनों आरोपी और दो अन्य जवानों के साथ मिलकर उसका रेप करने लगे। उन लोगों ने चार साल तक उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। सीनियर इंस्पेक्टर राजेंद्र मोहिते ने बताया कि दो जवानों ने महिला के साथ सेक्स करने के दौरान विडियो क्लिप भी बनाई और फिर उसे विडियो क्लिप के जरिए ब्लैकमेल करने लगे। महिला का आरोप है कि उसने अपने अन्य अधिकारियों को इसकी शिकायत की लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं हुई। महिला ने बताया कि उसके पति की मौत हो चुकी है। उसे उनकी जगह नौकरी मिली थी। उसका एक बारह साल का बेटा है। उसने बार-बार होने वाले रेप से बचने के लिए अधिकारियों से अनुरोध किया कि उसकी ड्यूटी दिन में लगाई जाए लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उधर, सीनियर आर्मी ऑफिसर ने बताया कि दो मुख्य आरोपी जवान आर्मी मेडिकल कोर के हैं। उस दौरान वे हॉस्पिटल में कोर्स कर रहे थे। अभी एक कश्मीर में और दूसरा लखनऊ के सैन्य बेस में तैनात है। दो अन्य आरोपियों में से एक अभी भी हॉस्पिटल में काम कर रहा है और दूसरा पुणे से ट्रांसफर कर दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए गए हैं। छह अधिकारियों की एक कमिटी गठित की गई है। इसमें एक महिला अधिकारी भी हैं। कमिटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट आने के बाद विभाग आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।