ताज़ा खबरे
Home / ताज़ा खबरे / चुनावी राज्यों में भेजा जा रहा महाराष्ट्र का कोयलाः NCP

चुनावी राज्यों में भेजा जा रहा महाराष्ट्र का कोयलाः NCP

मुंबई-महाराष्ट्र में जारी बिजली कटौती के लिए नैशनलिस्ट क्रांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रवक्ता नवाब मलिक ने राज्य के उर्जा विभाग को जिम्मेदार बताया है। मलिक ने आरोप लगाया कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में चुनाव जीतने के लिए महाराष्ट्र के हिस्से का कोयला भेजा जा रहा है जिससे महाराष्ट्र को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। मलिक का आरोप है कि उर्जा विभाग मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और सरकारी कंपनियों के निदेशक विश्वास पाठक के गलत निर्णयों के कारण राज्य को 12 से 18 घंटे बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है इसलिए मंत्री बावनकुले और विश्वास की विभाग से छुट्टी की जाए।
3,000 मेगावाट बिजली की कमी
गुरुवार को प्रदेश एनसीपी कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी प्रवक्ता मलिक ने कहा कि कोयले की कमी के कारण महाराष्ट्र में प्रतिदिन 3,000 मेगावाट बिजली की कमी हो गई है। इससे राज्य को 12 से 18 घंटे बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने राज्य के ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले और सरकारी बिजली कंपनियों के निदेशक विश्वास पाठक के इस्तीफे की मांग की है। मलिक ने कहा कि सरकार ने बिजली कटौती को लेकर पहले से कोई सूचना नहीं दी। बिजली कटौती से लोग परेशान है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के बिजली घरों को प्रतिदिन 32 रेक कोयले की जरूरत है, पर उन्हें 16 से 17 रेक कोयला ही मिल रहा है। बाकी का महाराष्ट्र के हिस्से का कोयला मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ को भेजा जा रहा है ताकि चुनाव होने वाले राज्यों में किसी तरह की बिजली कटौती नहीं हो। मलिक ने कहा कि कोयले की कमी के कारण राजस्थान की बिजली बाधित नहीं हो इसलिए महाराष्ट्र का कोयला राजस्थान को भेजा जा रहा है।
बिजली विभाग में उर्जामंत्री करते थे ठेकेदारी
महाराष्ट्र में बिजली कटौती को ठीकरा मलिक ने ऊर्जा मंत्री बावनकुले और उनके सलाहकार विश्वास पाठक पर फोड़ा। मलिक ने कहा कि यह वहीं उर्जा चंद्रशेखर बावनकुल हैं जो पहले इसी उर्जा विभाग में ठेकेदारी करते थे। अब वे बिजली विभाग का ठेका अपने परिवार को दिलाने में लगे रहते हैं। मलिक ने पाठक पर आरोप लगाया कि उन्हें बिजली विभाग की कोई जानकारी नहीं है। पहले वे एक अखबार के प्रबंध निदेशक थे। उन्हें सिर्फ कागज और स्याही की जानकारी हो सकती है और यहां उन्हें सरकारी बिजली कंपनियों का निदेशक और ऊर्जा मंत्री का सलाहकार बना दिया गया है। पाठक कोई अनुभव नहीं इसलिए राज्य का बिजली विभाग रसातल में जा रहा है जिसकी कीमत राज्य की जनता को चुकाना पड़ रहा है।

Check Also

संजोग वाघेरे के नामांकन पर्चा दाखिल रैली में उमड़ा जनसैलाब

आदित्य ठाकरे,अमोल कोल्हे,सचिन अहिर,माणिक ठाकरे रहे उपस्थित पिंपरी- मावल लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना उद्धव ठाकरे-राकांपा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *