मुंबई-तर्कवादी नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड के आरोपी सचिन अंदुरे को शनिवार को मैजिस्ट्रेट कस्टडी में भेज दिया गया। वहीं मर्डर केस से जुड़े दो आरोपी राजेश बंगेरा और अमित देगवेकर को 10 दिनों के लिए सीबीआई हिरासत में भेजा गया। बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के बाद नरेंद्र दाभोलकर हत्याकांड की जांच सीबीआई के पास है। नरेंद्र दाभोलकर की अगस्त 2013 को हत्या कर दी गई थी।
इस हत्याकांड में जो दो शूटर गिरफ्तार किए गए थे, उनमें से एक शरद कालस्कर अभी भी एटीएस की हिरासत में है, जबकि एटीएस की टिप पर सीबीआई ने दूसरे शूटर सचिन अंदुरे को गिरफ्तार किया था। इससे पहले एटीएस ने खुलासा किया कि दाभोलकर की बेटी मुक्ता सहित कई लोगों की हत्या की सुपारी दी गई थी।
एटीएस ने पिछले 3 हफ्ते में जो पांच गिरफ्तारियां की हैं उन्हीं में से कुछ को हत्या की सुपारी मिली थी। इन पांचों को बम, विस्फोटक और पिस्तौलें जमा करने के आरोप में महाराष्ट्र एटीएस ने गिरफ्तार किया था। एटीएस ने 9 और 11 अगस्त को नालासोपारा और पुणे में दो बड़ी कार्रवाई की थीं। इनमें जिंदा बम, विस्फोटक के अलावा काफी संख्या में पिस्तौल भी जब्त की गई थीं। इन दोनों ही ऑपरेशन में वैभव राउत, शरद कालसकर और सुधानवा गोंधलेकर को गिरफ्तार किया गया।
इस हत्याकांड में जो दो शूटर गिरफ्तार किए गए थे, उनमें से एक शरद कालस्कर अभी भी एटीएस की हिरासत में है, जबकि एटीएस की टिप पर सीबीआई ने दूसरे शूटर सचिन अंदुरे को गिरफ्तार किया था। इससे पहले एटीएस ने खुलासा किया कि दाभोलकर की बेटी मुक्ता सहित कई लोगों की हत्या की सुपारी दी गई थी।
एटीएस ने पिछले 3 हफ्ते में जो पांच गिरफ्तारियां की हैं उन्हीं में से कुछ को हत्या की सुपारी मिली थी। इन पांचों को बम, विस्फोटक और पिस्तौलें जमा करने के आरोप में महाराष्ट्र एटीएस ने गिरफ्तार किया था। एटीएस ने 9 और 11 अगस्त को नालासोपारा और पुणे में दो बड़ी कार्रवाई की थीं। इनमें जिंदा बम, विस्फोटक के अलावा काफी संख्या में पिस्तौल भी जब्त की गई थीं। इन दोनों ही ऑपरेशन में वैभव राउत, शरद कालसकर और सुधानवा गोंधलेकर को गिरफ्तार किया गया।