मराठा समुदाय के लिए सरकारी नौकरियों एवं शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर मराठा समूहों द्वारा बंद बुलाए जाने के दौरान पुणे शहर में तोड़फोड़ और हिंसा की घटनाओं के मामले में पांच महिलाओं समेत कम से कम 185 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि बंद के दौरान शहर के चांदनी चौक इलाके में कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। एक अन्य घटना में मराठा क्रांति मोर्चा (एमकेएम) के आयोजकों द्वारा जिलाधीश नवल किशोर राम को अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपे जाने के बाद कुछ बदमाशों ने उपद्रव किया। उन्होंने जिलाधीश कार्यालय के प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार को नुकसान पहुंचाया, सुरक्षा केबिन के कांच और कुछ बल्ब तोड़ दिये। पुलिस के अनुसार ये बदमाश शाम तक भवन परिसर से नहीं गये, जिन्हें हल्के लाठीचार्ज के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) शिवाजी बोदखे ने बताया कि चांदनी चौक पथराव मामले में 83 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पांच महिलाओं समेत 81 अन्य को जिलाधीश कार्यालय में तोड़फोड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा 21 अन्य को छिटपुट घटनाओं के लिये गिरफ्तार किया गया।उन्होंने बताया कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया वे बाहरी तत्व थे, जो चुपके से आंदोलन में घुस आये और हिंसा की। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं एवं सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।