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12 जून को लौकी का जूस पीने से बिगड़ी तबीयत, 16 जून को इलाज के दौरान हो गई मौत

पुणे-महाराष्ट्र के पुणे में लौकी का जूस पीने के कुछ ही देर बाद 41 वर्षीय महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि महिला ने अपनी रुटीन एक्सरसाइज के बाद लौकी का जूस पिया था। जूस पीने के कुछ ही देर बाद महिला की तबीयत बिगड़ने लगी और फिर अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
इस घटना के बारे में बताते हुए महिला के एक रिश्तेदार ने कहा कि वह 12 जून की सुबह करीब 5 किमी वॉक करने के बाद अपने घर पहुंची थीं। इसके बाद महिला ने सुबह करीब साढ़े नौ बजे एक बोतल में रखा लौकी का जूस पिया था। जूस का सेवन करने के कुछ ही देर बाद महिला की हालत बिगड़ने लगी।
तबीयत बिगड़ने पर उल्टी और दस्त की शिकायत होने पर उन्होंने ऑफिस ना जाने का निर्णय किया। हालांकि घर पर आराम के दौरान भी उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। दोपहर तक महिला को अचानक सांस लेने में तकलीफ होने लगी, जिसके बाद परिवार के लोगों ने करीब डेढ़ बजे उन्हें यहां के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया।
16 जून की रात हुई महिला की मौत
अस्पताल में दाखिले के वक्त तक वह बेहोश हो गईं, जिसके बाद अचानक दिल का दौरा पड़ने के कारण उनकी हालत बेहद गंभीर हो गई। अस्पताल के डॉक्टरों ने इस हालत में उन्हें तुरंत वेंटिलेटर पर रखकर इलाज शुरू किया, जिसके बाद अगले दो दिनों में उनकी स्थिति सुधरने भी लगी। लेकिन 15 मई को अचानक उनके मस्तिष्क से रक्तस्राव होने लगा और इसके बाद शरीर के कई और अंगों ने काम करना बंद कर दिया। इस हालत में भी चिकित्सकों ने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की लेकिन 16 जून की मध्यरात्रि को महिला की मौत हो गई।

ICMR ने भी जारी की थी अडवाइजरी
इस घटना के बाद पुणे के चिकित्सक कपिल बोरावके ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब कि लौकी के जूस के सेवन से किसी की जान गई हो। उन्होंने कहा कि हर साल ऐसे एक दो मामले आते हैं। हर बार लोगों को यह सलाह भी दी जाती है कि किसी भी जूस का स्वाद कसैला होने पर उसका सेवन ना करें, लेकिन पर्याप्त जागरुकता ना होने के कारण लोगों को ऐसा करने से रोका भी नहीं जा पाता। उन्होंने बताया कि कसैला लौकी के जूस में कुछ जहरीले तत्व पनप सकते हैं जो कि आम आदमी की सेहत पर बड़ा प्रभाव डालते हैं।

बता दें कि इससे पहले साल 2011 में इंडियन कौसिंल ऑफ मेडिकल रिसर्च की एक एक्सपर्ट कमिटी ने अपनी एक रिपोर्ट के बाद लोगों से अपील की थी कि वह ऐसे लौकी के जूस का सेवन ना करें जो कि स्वाद में कसैला लगता हो। कमिटी का कहना था ऐसा करने से सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और कई बार लोगों की जान भी खतरे में पड़ सकती है।

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