पिंपरी- पिंपरी चिंचवड शहर के 30 लाख आबादी की प्यास बुझाने वाला पवना डैम कम वर्षा के बावजूद धीरे धीरे सेंचूरी लगाने में कामयाब हो गया है। एक वर्ष के लिए अब पीने के पानी की कोई चिंता नहीं। लेकिन पालिका प्रशासन ने लोगों को अवश्य मायूस किया है। दैनिक जलापूर्ति करने से इंकार कर दिया है। केवल प्रेशर में पानी एक दिन छोडने की गारंटी ली है।
पिंपरी-चिंचवडकरों की प्यास बुझाने वाला पवना बांध लबालब हो गया है। बांध में 100 फीसदी जल भंडारण है। तो अगले साल के लिए पानी की चिंता दूर हो गई। हालांकि, पालिका ने बताया कि पानी की आपूर्ति केवल दिन बाद की तर्ज पर जारी रहेगी। ऐसे में शहरवासियों को हर दिन जलापूर्ति के लिए इंतजार करना पडेगा।
पवना बांध पिंपरी-चिंचवड़ सहित मावल क्षेत्र के विभिन्न गांवों के लिए पानी का मुख्य स्रोत है। मावल में आंध्रा,वाडीवले,टाटा जैसे छोटे बांधों में पानी का भंडारण नीचे तक पहुंचने लगा था। जुलाई माह के दूसरे पखवाड़े में बांध क्षेत्र में जमकर बारिश हुई। इससे बांध में पानी का भंडारण तेजी से बढ़ गया। एक जून से अब तक बांध क्षेत्र में दो हजार 162 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। अतः जल भण्डारण में 83 प्रतिशत की वृद्धि हुई। बांध में जल भंडारण 100 फीसदी तक पहुंच गया है। जिससे शहरवासियों की साल भर की पानी की चिंता दूर हो गई। इसलिए शहरवासियों को उम्मीद थी कि रोजाना जलापूर्ति होगी। हालाँकि, यदि प्रतिदिन पानी की आपूर्ति की जाती है, तो ऊपरी इलाकों में पानी की आपूर्ति में समस्या आती है। प्रतिदिन जलापूर्ति होने से सभी को बराबर पानी मिल रहा है। इसलिए प्रशासन केवल दिन में ही जलापूर्ति पर अड़ा है। शहरवासियों को दैनिक जलापूर्ति के लिए अभी और इंतजार करना होगा। प्रशासन के मुताबिक 31 अक्टूबर तक बांध 100 फीसदी पूरा होने के बाद 15 अगस्त 2024 तक पानी पर्याप्त रहेगा।