पिंपरी-पिंपरी चिमचवड मनपा के कर संग्रहण एवं कराधान विभाग ने दो हजार से अधिक बकाया संपत्तियों को सील कर दिया है। मनपा ने उन संपत्तियों की नीलामी प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिन पर एक भी रुपया टैक्स नहीं चुकाया गया है।
इन संपत्तियों को कर संग्रह एवं कराधान विभाग द्वारा चरणबद्ध तरीके से बेचा जाएगा। कर संग्रहण विभाग के सलाहकार अनिल लाड ने विभागीय मजिस्ट्रेटों, समूह लिपिकों को जब्त संपत्तियों की बिक्री पर प्रशिक्षण दिया। सहायक आयुक्त निलेश देशमुख, प्रशासन अधिकारी राजाराम सरगर, नाना मोरे उपस्थित थे। नीलामी की प्रक्रिया पिछले वर्ष स्थायी समिति द्वारा तय की गयी ह। नीलामी करते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, विज्ञापन करते समय संपत्तियों का मूल्य कैसे तय करना चाहिए, संपत्ति धारक को बचाव का अवसर देना, प्राकृतिक न्याय के सिद्धांत को भी लागू करना चाहिए। हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गये निर्णय की जानकारी कर्मचारियों को दी गयी। कर संग्रहण एवं कराधान विभाग ने पिछले वर्ष कर संग्रहण के लिए विभिन्न गतिविधियां, जनजागरूकता का आयोजन किया। इसके बाद भी टैक्स नहीं चुकाने वाले नागरिकों की 2000 संपत्तियां जब्त कर ली गईं। संबंधित संपत्ति मालिकों से कर का भुगतान करने का आग्रह किया गया। फिर कुछ संपत्ति मालिकों ने कर का भुगतान किया। हालांकि, टैक्स न चुकाने वाली संपत्तियों को चरणबद्ध तरीके से बेचा जाएगा।
चूंकि पिंपरी-चिंचवड़ शहर एक औद्योगिक शहर है, इसलिए उद्योगों की संख्या अधिक है। कई बीमार उद्योग राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) का दरवाजा खटखटाते हैं। यदि ऐसी संपत्तियों पर कर की वसूली के लिए समय पर राष्ट्रीय कंपनी कानून मध्यस्थता से संपर्क नहीं किया जाता है, तो कर डिफ़ॉल्ट की संभावना है। कर संग्रहण एवं कराधान विभाग के सहायक आयुक्त नीलेश देशमुख ने कहा कि चूंकि पिछले दिनों ऐसे कई मामले हमारे सामने आए हैं, इसलिए कर्मचारियों को एनसीएलटी के प्रावधानों पर विस्तृत प्रशिक्षण भी दिया गया है।
यह पहली बार है कि नीलामी प्रक्रिया उन संपत्तियों के लिए की जाएगी, जिन्होंने पिछले साल जब्त की गई संपत्तियों का बकाया नहीं चुकाया है। इसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए कर संग्रहण विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया। इससे कर संग्रहण और अधिक प्रभावी होगा। ऐसा शेखर सिंह,कमिश्नर पिंपरी चिंचवड मनपा का मानना है।