मुंबई-जैसा कि राज्य सरकार पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए सकारात्मक है, जो कि राज्य में सरकारी और अर्ध-सरकारी कर्मचारियों की एक प्रमुख मांग है, पिछले सात दिनों से चल रही हड़ताल को वापस लेने की घोषणा की गई है। हड़ताल की समन्वय समिति ने कहा है कि सरकार ने आश्वासन दिया है कि पुरानी पेंशन योजना को पूर्वव्यापी प्रभाव से लागू किया जाएगा। इसलिए आज से हड़ताल वापस लेने की घोषणा की गई है।
पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग को लेकर प्रदेश के शासकीय, अर्धशासकीय, शिक्षक व अन्य अधिकारियों ने पिछले सात दिनों से हड़ताल का आह्वान किया था। यह घोषणा की गई है कि वह वापस ले रहा है। हड़ताल समन्वय समिति ने कहा है कि सरकार पुरानी पेंशन योजना को भूतलक्षी प्रभाव से लागू करने के लिए सकारात्मक है,जो हड़तालियों की प्रमुख मांग है। हड़तालियों और सरकार के बीच एक सफल समझौता हो गया है। राज्य सरकार ने हड़तालियों की इस मांग के लिए एक अध्ययन समिति का गठन किया है और इसकी रिपोर्ट अगले तीन महीने में दी जाएगी।
समन्वय समिति ने कहा है कि प्रदेश में खराब मौसम के कारण लंबित कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने का काम करेगी। इसलिए सभी कर्मचारियों से कल से काम पर आने का अनुरोध किया गया है।राज्य के सभी सरकारी और अर्धसरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना लागू करने को लेकर पिछले सात दिनों से हड़ताल चल रही थी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पुरानी पेंशन योजना के क्रियान्वयन को लेकर सकारात्मक हैं। समन्वय समिति की ओर से कहा गया है कि राज्य सरकार ने राज्य के सभी सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना को भूतलक्षी प्रभाव से लागू करने का वादा किया है। समन्वय समिति के संयोजक विश्वास काटकर ने की घोषणा। उन्होंने कहा कि हमारी मूल मांग पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की थी, सरकार इस पर सकारात्मक है। इसलिए उन्होंने कर्मचारियों से कल से काम पर आने की अपील की।
राज्य में पिछले सात दिनों से सरकारी कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी थी। इस हड़ताल के कारण राज्य में कई जगहों पर प्रशासनिक कामकाज बाधित हुआ है। चूंकि इसमें स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल थे, इससे मरीजों की जांच प्रभावित हो रही थी। उधर, प्रदेश में बेमौसम बारिश से किसान मायूस हो गए हैं, लेकिन सरकारी कर्मचारियों के हड़ताल के हथियार से नुकसान का आंकलन नहीं हो पा रहा है। अब हड़ताल समाप्त होने से उम्मीद है कि लंबित कार्य पूरे होंगे।