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चिंचवड में परिवर्तन की लहर…कांटे नहीं काटे से टक्कर-आदित्य ठाकरे

चिंचवड-भाजपा गद्दारों से हाथ मिलाकर प्रदेश में असंवैधानिक सरकार बनायी है। इस सरकार के खिलाफ जनता में जबरदस्त आक्रोश है और हाल ही में हुए विधान परिषद में शिक्षकों और स्नातकों ने महाविकास अघाड़ी को वोट देकर इनकी खतरे की घंटी बजा दी है। युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे ने दृढ़ विश्वास व्यक्त किया कि चिंचवड़ विधानसभा उपचुनाव में बदलाव की हवा चल रही है और यह ’कांटे की टक्कर लेकिन काटे से टक्कर है’ है, इसलिए चिंचवड़ में भी जनता बदलाव लाएगी और नाना काटे की जीत होगी।
चिंचवड विधानसभा उपचुनाव में महाविकास अघाड़ी के आधिकारिक उम्मीदवार विठ्ठल उर्फ

नाना काटे के प्रचार में राष्ट्रवादी,शिवसेना,कांग्रेसे के दिग्गज नेता कूदे
नाना काटे के प्रचार के लिए महाविकास अघाड़ी ने सोमवार (13) को वल्हेकरवाडी में एक संयुक्त बैठक की। ठाकरे कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए बोल रहे थे। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पाटोले,शिवसेना के संयुक्त संपर्क प्रमुख सचिन अहीर,रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई गुट) डॉ.राजेंद्र गवई,विधायक सुनील शेलके,अन्ना बंसोडे,राकांपा के शहर अध्यक्ष अजीत गव्हाणे,शिवसेना के शहर प्रमुख सचिन भोसले,कांग्रेस के शहर अध्यक्ष कैलास कदम,पूर्व विधायक विलास लांडे,अभियान प्रमुख भाऊसाहेब भोईर,पूर्व महापौर संजोग वाघेरे,योगेश बहल और पूर्व नगरसेवक महाविकास अघाड़ी,पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

राज्य में गद्दारों और असंवैधानिक सरकार
आगे बोलते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा,पीठ में छुरा घोंपकर राज्य में गद्दारों की सरकार अस्तित्व में आयी है। यह सरकार असंवैधानिक और अल्पकालिक है। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में यह सरकार जरूर गिरेगी। प्रदेश की जनता में इस सरकार को लेकर काफी रोष, रोष व आक्रोश है। जब हम सत्ता में थे तो हमने कोरोना काल में भी किसानों की 14 हजार करोड़ रुपये की मदद की थी। लेकिन इस सरकार के दौरान राज्य की प्रगति रुक गई है और किसान आत्महत्या कर रहे हैं। वर्तमान राजनीति बहुत गंदी हो गई है और इसे बदलने की जरूरत है। इसके लिए ठाकरे ने यह भी अपील की कि हम महाविकास अघाड़ी के साथ मजबूती से खड़े हैं। इस समय मीटिंग हॉल में हड़कंप मच गया क्योंकि उपस्थित लोगों ने ’पन्नास खोके, मखू ओके’ के नारे लगाए।

राज्य में कोई नया उद्योग नहीं,जो उद्योग आने वाले थे वह गुजरात भेज दिया
महाविकास अघाड़ी सरकार ने अपने कार्यकाल में साढ़े छह करोड़ के नए उद्योग लाकर युवाओं को रोजगार मुहैया कराया था। हालांकि, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली खोके सरकार ने पिछले आठ महीनों में एक भी उद्योग नहीं लगाया है। यहां के लाखों युवाओं को रोजगार गंवाना पड़ रहा है, क्योंकि जो उद्योग राज्य में आने वाले थे, उन्हें गुजरात भेज दिया गया। फॉक्सकॉन परियोजना गुजरात भेजने पर पुणे जिले के साथ पिंपरी-चिंचवड़ शहर और मावल के युवाओं के साथ अन्याय हुआ है। ठाकरे ने यह भी कहा कि बेरोजगारी की समस्या गंभीर हो गई है और अगर हमें इस समस्या का समाधान करना है तो हमें महाविकास अघाड़ी के साथ मजबूती से खड़ा होना होगा।

राज्य के विकास के लिए महाविकास अघाड़ी विकल्प
हालांकि कांग्रेस,एनसीपी और शिवसेना की विचारधाराएं अलग-अलग हैं, लेकिन महाराष्ट्र के हितों को ध्यान में रखते हुए महाविकास अघाड़ी का गठन किया गया है। संविधान के हत्यारे सरकार में बैठे हैं। वर्तमान लड़ाई महाशक्ति बनाम जनशक्ति के रूप में चल रही है। सरकार में बैठे लोगों में चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है। ये सत्ता में पीठ में खंजर घोंप कर बैठे हैं। हमारी लड़ाई बड़ी है। गद्दारों और उनका समर्थन करने वाली भाजपा दोनों को सबक सिखाने का यह सही समय है और नाना काटे को चिंचवड़ उपचुनाव को बड़े अंतर से जीताने की अपील की।

इजा,बीजा हो गया,अब हमें तीजा को दिखाना है- अजित पवार
महाराष्ट्र की जनता ने गद्दारों को कभी स्वीकार नहीं किया। अतीत में,विभाजनकारी राजनीति में चोट पहुँचाने वालों को फिर से नहीं चुना गया था। विपक्ष के नेता अजीत पवार ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ महीने पहले धोखा देकर सरकार में बैठने वालों को जनता स्वीकार नहीं करेगी, लेकिन वे इस बार अपनी ताकत दिखाना चाहते हैं। अजितदादा महाविकास अघाड़ी की ओर से वाल्हेकरवाडी में आयोजित कार्यकर्ता सभा को संबोधित कर रहे थे। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा, महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान कोरोना काल में किए गए कार्यों की चर्चा वैश्विक स्तर पर हुई। हमने आम नागरिकों के हितों को प्राथमिकता देकर सरकार चलाई। लेकिन मौजूदा सरकार की वजह से राज्य में कानून व्यवस्था लंबे समय से लंबित है। बीजेपी की ओर से सिर्फ स्वार्थ की राजनीति हो रही है। इस वक्त पूरे देश में हिंसा की राजनीति चल रही है। यदि दल-बदल निषेध कानून है तो भी न्यायालय के निर्णय की कोई आवश्यकता नहीं है। हर मामले में राजनीतिक दखलअंदाजी की वजह से महाराष्ट्र के मामलों में तीन बज रहे हैं। आम लोगों में बीजेपी के खिलाफ गुस्सा है। इस समय अजीत पवार ने आदेश दिया कि चिंचवाड़ उपचुनाव को हर हाल में जीतना है और इसके लिए अभी से काम करना शुरू कर दें।

एक निर्दलीय उम्मीदवार को ’मेंढक’ की उपमा
चिंचवड़ उपचुनाव में राहुल कलाटे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया है। अजित पवार ने बिना नाम लिए कलाटे पर हमला बोला। उन्होंने कहा, एक निर्दलीय उम्मीदवार पानी में मेंढक की तरह हो गया है। अब देखना होगा कि इसके पीछे मास्टरमाइंड कौन है। इस उम्मीदवार द्वारा 2019 के चुनाव में 1 लाख 12 हजार वोट का प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। उस समय हमने इस प्रत्याशी को पुरस्कृत किया था, उसे हम भूल चुके हैं। कांग्रेस और एनसीपी के समर्थन की वजह से ही उन्हें इतने वोट मिले।

 

 

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