पुणे- पुणे जिले के चाकण एमआईडीसी इलाके में सनसनीखेज हत्याकांड हो गया। एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। अपनी पत्नी की अपने आवास में हत्या करने के बाद, पति अपनी पत्नी के शरीर को ठिकाने लगाने की साजिश रचता है जैसे कि दृश्यम फिल्म में है। लेकिन एक गलती ने पति को सलाखों के पीछे ढकेल दिया। हत्यारे पति की गलती के चलते पुलिस इस सनसनीखेज हत्याकांड को सुलझाने में कामयाब रही। इस हत्याकांड में आरोपी पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। चाकन पुलिस अब आरोपी से गहनता से पूछताछ कर रही है। आरोपी ने परिवार वालों की मदद से इस वारदात को अंजाम दिया।
एक हत्या की साजिश, लेकिन एक गलती…
देशमुख का परिवार चाकन एमआईडीसी इलाके में काम के सिलसिले में रहने आया था। आशा देशमुख के पति गोरक्षनाथ को अपनी पत्नी पर शक था। गोरक्षनाथ देशमुख को शक था कि उनकी पत्नी का विवाहेतर संबंध है। इसी शक में उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। उसने आशा की जान उसी घर में ले ली, जहां वह परिवार के सदस्यों की मदद से रहता था।
गोरक्षनाथ ने घर में फांसी लगाकर आशा की हत्या कर दी। फिर वह उसके शरीर की प्रतीक्षा करने के लिए उसके शरीर को आलंदी फाटा की पहाड़ी पर ले गया। वहां उन्होंने आशा के शव को जमीन में गाड़ दिया। अब तक उसका मर्डर प्लान अच्छी तरह से अंजाम दिया गया था। लेकिन इसके बाद हत्या से बचने के लिए गोरक्षनाथ की हरकतें उन्हें कब्र तक ले गईं।
वास्तव में क्या किया?
आशा का वध करने के बाद गोरक्षनाथ शव को पहाड़ पर ले गए और दफना दिया! लेकिन वह खुद थाने गया ताकि किसी को उसकी पत्नी की हत्या का सुराग न लगे। वह चाकन थाने पहुंचे और पत्नी के लापता होने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने पति की शिकायत के आधार पर जांच भी शुरू कर दी है।
पति समेत घर के चार आरोपी गिरफ्तार
पुलिस की पड़ताल के बाद गोरक्षनाथ देशमुख के आसपास शक के कई बादल छा गए। अंत में पुलिस ने गोरक्षनाथ से गहन पूछताछ की। उसके बाद आशा के ससुर समेत गोरक्षनाथ के कुछ दोस्तों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस ने आशा की हत्या और शव को दफनाकर सबूत मिटाने की कोशिश के आरोप में कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार चार आरोपियों के नाम गोरक्षनाथ देशमुख, बबन देशमुख, रोशन क्षेत्र, देवानंद मनवर है। अब गिरफ्तार सभी लोगों से पुलिस गहन पूछताछ कर रही है। इस घटना के बाद चाकन एमआईडीसी इलाके में हड़कंप मच गया।