पिंपरी- पिंपरी चिंचवड शहर,पुणे शहर,मुंबई जैसे महानगरों समेत पूरे महाराष्ट्र,देश में आज से गणेशोत्सव का शुभारंभ हो गया है। सुबह से दोपहर तक घर घर गणपति बाप्पा का विधिवत पूजा अर्चना के बाद स्थापना की गई है।
पंडालों में गणपति बाप्पा देर रात तक गाजे बाजे,ढोल लंगाडे,उड़ता गुलाल के बीच पधारे। निकलने वाले जुलुस को देखते हुए शहर में चप्पे चप्पे में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। सुबह से गणपति बाप्पा को अपने घर लाने के लिए महिलाएं,पुरुष,बच्चे स्टॉलों पर दिखाई दिए। गणपति बाप्पा की छोटी मूर्तियों की भारी मांग देखने को मिली। दो साल कोरोना काल में प्रतिबंध के चलते गणेशोत्सव सार्वजनिक नहीं मनाया गया। केवल बाप्पा घरों तक सीमित रहे। इस साल प्रतिबंध हटने से गणेश भक्त बड़ी धूमधाम,श्रद्धाभाव के साथ गणेशोत्सव मना रहे है।
भारी मांग के चलते गणेशमूर्ति कारोबारी मालामाल और बाजार भगवान गणेश की मूर्तियों से गुलजार हो गए है। मंगलवार को हरतालिका तीज और आज बुधवार से गणेशोत्सव होने की वजह से बाजारों में खरीददारों का मेला लगा है। संयोग से दोनों त्योहार साथ साथ पहली बार आया है। महिना के आखिरी दो दिनों में श्रमिक कामगारों के पास पैसे की किल्लत अवश्य देखने को मिला लेकिन जोश और भक्तिभाव में कोई कमी नहीं दिखाई दी। पिंपरी कैम्प,शगुन चौक,रिव्हर रोड,कालेवाडी पाचपीर चौक,थेरगांव,थरमॅक्स चौक से साने चौक तक भारी भीड़ से ट्रॉफिक चरमरा गया है। इसी तरह चिंचवड गांव चापेकर चौक,आकुर्डी गावठाण,निगडी,भोसरी में बाजारपेठ में पैर रखने की जगह नहीं है।बंदोबस्त में लगे पुलिस जवानों के पसीने छूट रहे हैं। पुणे की तरह पिंपरी चिंचवड शहर में भी यातायात मार्गों में बदलाव की जरुरत है।