पिंपरी- पिंपरी-चिंचवड़ में पुलिस भर्ती परीक्षा घोटाले में छह रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट चार ने यह कार्रवाई की है। इस मामले में कुल 56 लोगों को गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें से 5 को 22 अगस्त को औरंगाबाद,जालना और बीड से गिरफ्तार किया गया था। इनके पास से 100 से अधिक ब्लू टूथ ईयरबड्स मोबाइल,वॉकी टॉकी,स्पाई डिवाइस,चार्जर और नकदी जब्त की गई है। यह देखा गया कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया में घोटाला हुआ था। इसके बाद निगडी थाने में मामला दर्ज किया गया। पुलिस जांच का पहिया तेजी घूमते हुए कम समय में कार्रवाई का अंजाम दिया। आरोपियों को विभिन्न स्थानों से हिरासत में लिया गया है और अब कार्रवाई की जा रही है।
56 लोग गिरफ्तार
पिंपरी चिंचवड़ सिटी पुलिस कांस्टेबल भर्ती नवंबर 2021 में 720 पदों के लिए हुई थी। यह भर्ती प्रक्रिया जनवरी 2022 तक चल रही थी। इस भर्ती प्रक्रिया में फर्जीवाड़े का पता चलने के बाद निगडी थाने में मामला दर्ज किया गया था। क्राइम ब्रांच यूनिट चार अपराध की जांच कर रही थी। पुलिस द्वारा की गई जांच में अब तक 56 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से 26 भर्ती के उम्मीदवार थे। इसके अलावा 75 से अधिक अन्य लोग इस अपराध में आरोपी हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। इन 75 आरोपियों में 12 आरोपित धोखाधड़ी कर भी भर्ती प्रक्रिया में फेल हो गए।
माल की जब्ती
क्राइम ब्रांच की टीम ने औरंगाबाद, जालना और बीड से ज्ञानेश्वर सुखलाल चंदेल (उम्र 29 वर्ष), कार्तिक उर्फ वाल्मीकि सदाशिव जरवाल (उम्र 23 औरंगाबाद), अरुण विक्रम पवार (उम्र 26 साल), अर्जुन विष्णु देवकाटे (उम्र 28) को गिरफ्तार किया।,अमोल संभाजी पारेकर (उम्र 22, बीड) को 22 अगस्त को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 76 मोबाइल, 66 इलेक्ट्रॉनिक स्पाई डिवाइस, 22 वॉकी-टॉकी, 11 वॉकी-टॉकी चार्जर, 11 लाख नकद जब्त किए गए हैं। इसके अलावा कपड़े, सिम कार्ड, डिवाइस को छिपाने और परीक्षा में ले जाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
इस कार्रवाई में औरंगाबाद, बीड और जालना जिलों में परीक्षा में गड़बड़ी करने वाले छह गिरोहों का भंडाफोड़ किया गया है। अब तक 20 बार से ज्यादा अलग-अलग जांच दल दूर-दराज के इलाकों में जा चुके हैं और बीड, औरंगाबाद, जालना, नागपुर, अमरावती, अहमदनगर जैसे अलग-अलग जगहों से आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अपराध की जांच क्राइम ब्रांच यूनिट चार, साइबर सेल, टेक्निकल एनालिसिस सेक्शन, स्पेशल स्क्वॉड के पुलिस अधिकारियों ने संयुक्त रूप से की थी।