पिंपरी- पिंपरी चिंचवड शहर शिवसेना की ओर से आज शवयात्रा आंदोलन किया गया। सांसद श्रीरंग बारणे और पूर्व सांसद शिवाजीराव आढळवराव ने गद्दारी करके शिवसेना पार्टी छोडी और एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हुए इसके विरोध में शिवसेना ने शवयात्रा आंदोलन निकाला। उद्धव साहेब आगे बढ़ो हम तुम्हारे साथ हैं, जैसे कई नारे के साथ आज पिंपरी अंबेडकर चौक में शिवसैनिकों ने आंदोलन किया। आंदोलन का नेतृत्व शिवसेना शहर अध्यक्ष एड.सचिन भोसले ने किया। उपजिला प्रमुख नीलेश मुटके,चिंचवड़ विधानसभा प्रमुख अनंत को-हले,मंगला घुले जैसे शिवसैनिकों ने भाग लिया।
शिवसैनिकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सांसद श्रीरंग बारणे और पूर्व सांसद शिवाजीराव ने अपने स्वार्थ और खुद की सुरक्षा के लिए शिवसेना के पीठ पर खंजर घोंपकर गद्दारी की और एकनाथ शिंदे गुट से हाथ मिला लिया। ऐसे मौकापरस्ती नेताओं को जनता देख रही है। अगर सांसद श्रीरंग बारणे में हिम्मत है तो पद से इस्तीफा दें और दोबारा चुनाव जीतकर दिखाएं। ऐसे खुले शब्दों में शिवसैनिकों ने ललकारा। आंदोलन को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था।
शिवसैनिकों ने दोनों वर्तमान व पूर्व सांसदों का शवयात्रा निकालने के लिए साहित्य लेकर आए थे। लेकिन पुलिस की सर्तकता के कारण वह शवयात्रा साहित्य को जब्त कर लिया गया। कई शिवसैनिकों को बलजबरन पुलिस गाडियों में बैठाकर थाने ले गए। श्रीरंग बारणे और शिवाजीराव के जाने से शिवसेना को कोई फर्क नहीं पडेगा,शिवसेना संगठना अपनी जगह मजबुत चट्टान की तरह एकजुट है। लेकिन लोकसभा चुनाव में 2024 में ऐसे गद्दारों को शिवसैनिक,मतदाता सबक माफ नहीं करेगी। आने वाले चुनाव में बारणे को उनकी कीमत और क्षमता का पता चल जाएगा। जब वे कांग्रेस में थे तो कांग्रेस शहर खत्म हो गई,अच्छा हुआ चले गए,पार्टी के वफादार शिवसेना को दोगुनी ताकत से खड़ा करेंगे।