पिंपरी- पिंपरी चिंचवड मनपा की सुरक्षा व्यवस्था की कमान ट्रांसजेंडर्स के हाथों सौंपी गई है। इस तीसरे पक्ष को समाज की मुख्यधारा में लाने का फैसला किया है। उसी दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए तृत्तीय पंथियों को सुरक्षा गार्ड के रूप में चुना गया। पिंपरी-चिंचवड़ मनपा ने तीसरे लिंग के व्यक्तियों को सुरक्षा गार्ड के रूप में स्वीकार किया है। उन्हें अनुबंध के आधार पर काम पर रखा गया है। शहर में पांच हजार से अधिक तृतीयक हैं। अधिकांश तृतीय पक्षों को नागरिक हीन भावना से देखते हैं। दूसरी ओर पालिका ने तीसरे पक्ष के लिए नौकरी के अवसर प्रदान किए ताकि वे सम्मान के साथ रह सकें और काम कर सकें। इसलिए हर जगह उनकी सराहना हो रही है।
सामाजिक विकास विभाग द्धारा क्रियान्वित-आयुक्त राजेश पाटिल
सुरक्षा गार्ड के रूप में शामिल हुए तृतीय पक्षों ने भी आभार व्यक्त करते हुए नगर पालिका को धन्यवाद दिया। मनपा आयुक्त एवं प्रशासक राजेश पाटिल ने बताया कि यह परियोजना सामाजिक विकास विभाग के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है। आयुक्त ने कहा कि भविष्य में भी इस तरह के रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। तृत्तीय पंथियों का कहना है कि ज्यादातर लोगों का हमारे प्रति अलग नजरिया होता है और यह मानते हैं कि हम सेक्स वर्कर हैं या भिखारी। साथ ही हमेें खुशी है कि पिंपरी-चिंचवड़ मनपा तीसरे पक्ष को मुख्यधारा में लाने की कोशिश कर रहा है। ऐसा निकिता नामक ट्रांसजेंडर्स ने प्रतिक्रिया व्यक्त की।
निकिता का कहना है कि वे 17 साल पहले साड़ी पहनी थी। जहां हमारे साथ बुरा व्यवहार किया जाता है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि हमें नौकरी का ऐसा मौका मिलेगा जहां हमारा सम्मान होगा। पालिका ने हमें यह मौका दिया है। इसलिए हम हमेशा ऋणी रहेंगे, ऐसा रूपाली ने कहा।
पिंपरी चिंचवड मनपा द्धारा समाज में एक नया मानक स्थापित
देश में तीसरे पक्ष को मुख्यधारा में लाने के लिए काफी प्रयास किए जा रहे हैं। कई क्षेत्रों में उनके लिए काम किया जाए, इस पर योजना बनाई जा रही है। तीसरे पक्ष को वकील,डॉक्टर और नगरसेवक के रूप में चुना जा रहा है। लेकिन कुछ क्षेत्रों में अभी भी उनका तिरस्कार किया जाता है। उनके साथ बुरा व्यवहार किया जाता है। हर विभाग को उन्हें सम्मान के साथ जीने का अधिकार देना चाहिए। पिंपरी-चिंचवड़ मनपा ने आज इन्हें पेश कर समाज के लिए एक नया मानक स्थापित किया है।