ताज़ा खबरे
Home / ताज़ा खबरे / बीजेपी आनंदोत्सव के बजाय खामोशी की मुद्रा में

बीजेपी आनंदोत्सव के बजाय खामोशी की मुद्रा में

पिंपरी- महाराष्ट्र में तेजी के साथ राजनीतिक घटनाक्रम बदला और उद्धव ठाकरे सरकार का तख्तापलट हुआ। केंद्रीय नेतृत्व के मार्गदर्शन में पिछले अढाई साल से महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस मिशन लोटस चला रहे थे जिसमें वो कामयाब रहे। शिवसेना के एक तिहाई विधायकों को एकनाथ शिंदे की अगुवानी में तोड़कर सरकार बनायी।

 

देवेंद्र फडणवीस का शपथ विधि कार्यक्रम राजभवन में तय हुआ,मिठाईयां बांटीं और खिलायी जाने लगी। फिर केंद्रीय हाईकमान के एक फरमान ने सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया। मुख्यमंत्री बनते बनते फडणवीस को उपमुख्यमंत्री बनाया गया। मतलब एसपी से डीएसपी हुए। मतलब भाजपा हाईकमान ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर फडणवीस का कद छांटने का काम किया। हलांकि एक सच्चे भाजपाई की तरह फडणवीस ने उसी तरह हाईकमान की बात मानी जैसे 1975 में शंकरराव चव्हाण ने अपने कांग्रेस हाईकमान की बात मानी थी।

 

, “पहले शंकरराव चव्हाण (1975 में) मुख्यमंत्री थे। बाद में (तत्कालीन प्रधानमंत्री) इंदिरा गांधी के निर्देश पर वह सरकार का हिस्सा बने एवं वित्त मंत्री बने। चव्हाण ने दिल्ली से मिले निर्देशों का पालन किया।”उन्होंने कहा कि इसी तरह, फडणवीस को उपमुख्यमंत्री का पद संभालने का निर्देश दिया गया था।

 

ये तो वही बात हुई फडणवीस ने खाना अपने लिए पकाया और खाने का वक्त आया तो एकनाथ शिंदे खा गए। लेकिन यहां तो भाजपा हाईकमान ने फडणवीस के पक्के पकाए भोजन को आसानी से एकनाथ शिंदे को परोस दिया। भाजपा -शिंदे गुट की सरकार महाराष्ट्र में बन गई। पिंपरी चिंचवड शहर समेत राज्यभर में भाजपाईयों द्धारा आनंदोत्सव मनाने की संभावना थी। लेकिन यहां तो भाजपाईयों के खेमे में खामोशी छायी है। पिंपरी चिंचवड शहर की बात करें तो भाजपा के तीन विधायक महेश लांडगे,लक्ष्मण जगताप,उमा खापरे(एमएलसी) है। लेकिन किसी के गुट अथवा कार्यकर्ता मिठाईयां नहीं बांटी और न ही आनंदोत्सव जुलुस,गुलाल उठाए। भाई इतनी खामोशी क्यों है? अभी मंत्रिमंडल का गठन होना बाकी है। शायद पिंपरी चिंचवड शहर से महेश लांडगे को मंत्री पद मिल जाए,उस क्षण के लिए भाजपाई आनंदोत्सव को दबाकर रखा है।

 

भाजपा में अगर किसी का कद बड़ा होने लगता है तो गुजराती जोडी को रास नहीं आता। कर्नाटक में येदुरप्पा का कदम छांटा गया,लालकृष्ण आडवाणी भूली बिसरी गीत हो गए, प्रकाश जावडेकर,नितिन गडकरी,उमा भारती,शाहनवाज हुसैन जैसे दिग्गजों को साइड लाइन किया गया। वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कद छांटने की कोशिश विधानसभा चुनाव से पहले की गई,योगी का खुंटा मजबुत था इसलिए हिला नहीं सके,2024 लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर योगीबाबा का खुंटा गुजराती लॉबी उखाडने की कोशिश करेगें।

Check Also

संजोग वाघेरे के नामांकन पर्चा दाखिल रैली में उमड़ा जनसैलाब

आदित्य ठाकरे,अमोल कोल्हे,सचिन अहिर,माणिक ठाकरे रहे उपस्थित पिंपरी- मावल लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना उद्धव ठाकरे-राकांपा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *