पिंपरी- पुणे से सटे पिंपरी चिंचवड महानगरपालिका के तत्वाधान में कार्यरत यशवंतराव चव्हाण हॉस्पिटल(वायसीएम) में आज 170 सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों और समस्याओं को लेकर घेराव आंदोलन किए। सफाई कर्मचारियों ने नेश्नल फ्रंट ऑफ इंडिया ट्रेड यूनियन(एनएफआयटीयू) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष यशवंत भोसले के नेतृत्व में 170 सफाई कर्मचारियों ने वायसीएम के अधिष्ठाता(डीन) डॉ.राजेंद्र वाबळे के कार्यालय के अंदर घुसकर घेराव आंदोलन किए।
वायसीएम सफाई कर्मियों को नियमानुसार वेतन नहीं
कामगार नेता यशवंत भोसले ने हमारे संवाददाता को बताया कि ये सफाई कर्मचारी पिछले 10 वर्षों से ठेकेदारी प्रणाली के तहत कार्यरत है। संबंधित ठेकेदार संस्था पिछले दो महिने का वेतन का भूगतान नहीं किया। होली का त्योहार है। कर्मचारियों के पास होली का त्यौहार मनाने तक का पैसा नहीं। ठेकेदार मनमर्जी के अनुसार प्रत्येक कर्मचारियों को 15-16 हजार रुपये वेतन देता हैै। जबकि सुप्रिम कोर्ट के गाइडलाइन के अनुसार 41 हजार रुपये वेतन देना बंधनकारक है। कर्मचारियों को ग्रेज्युटी,पीएफ समेत अन्य मूल सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं है। मौलिक अधिकारों का हनन और नियमों का सरेआम उल्लंघन हो रहा है। ठेकेदार बदलता है लेकिन कर्मचारियों की समस्या जैसे थे कि परिस्थिति में रहती है। पालिका प्रशासन ठेकेदार संस्था के आगे नरम है,क्योंकि ठेकेदारी में बडे सफेद पोश नेता शामिल है। लेकिन कर्मचारियों को जब तक नियमानुसार वेतन का भूगतान नहीं किया जाता तब तक कानूनी लड़ाई जारी रहेगी।
घेराव आंदोलन से प्रशासन के निर्देश पर वेतन का भूगतान
आज घेराव आंदोलन की आक्रमकता को देखकर प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। प्रशासन एक्शन में आया,ठेकेदार को तलब किया और प्रलंबित दो महिनों के वेतन का भूगतान तत्काल देनेे का निर्देश दिया। कर्मचारियों को दो महिने का लंबित वेतन का भूगतान ऑन द स्पॉट हुआ है। लेकिन सुप्रिम कोर्ट के निर्णय के अनुसार 41,000 रुपये प्रति कर्मचारी को वेतन मिलना अनिवार्य है,इसकी कानूनी लड़ाई लडी जाएगी,भविष्य में कर्मचारियों को न्याय दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे। ऐसा आश्वासन यशवंत भोसले ने कर्मचारियों को दिया।
सुप्रिम कोर्ट के निर्णयानुसार कर्मियों को हो वेतन का भूगतान-यशवंत भोसले
आपको बताते चलें कि कामगार नेता यशवंत भोसले पुणे जिला,पिंपरी चिंचवड शहर समेत पूरे महाराष्ट्र,राष्ट्र स्तरीय कामगारों को न्याय दिलाने के लिए संघर्षरत रहते है। अब तक सैकडों कंपनियों में युनियन के माध्यम से कामगारों को न्याय दिला चुके है। पिंपरी चिंचवड मनपा के ठेकेदार,सफाई कर्मचारियों की लडाई लड रहे है। कंपनियों में कामगारों को स्थायी नौकरी से लेकर वेतन वृद्धि दिलाने में सफलता हासिल की। मनपा आयुक्त राजेश पाटिल कई ठेकेदार संस्था के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए पुलिस में अपराध पंजिकृत करवा चुके है। यह एक साहसी कदम माना जाता है। क्या वायसीएम के सफाई कर्मचारियों को न्याय दिलाने के लिए संबंधित ठेकेदार संस्था पर मनपा आयुक्त योग्य कार्रवाई करने का निर्देश देंग? ऐसा सवाल नेश्नल फ्रंट ऑफ इंडिया ट्रेड यूनियन(एनएफआयू) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष यशवंत भोसले ने किया।