शराब की बोतलें,कांच के टूकड़ों से पानी प्रदूषित
पुणे-पुणे के नागरिकों के लिए जीवनदायनी का काम करने वाला खड़कवासला बांध का तट शराबी पर्यटकों का अड्डा बन गया है। खाली शराब की बोतलें और टूटे कांच के टूकडे किनारे और पानी में पड़े देखे जा सकते हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि नुकीले कांच के कारण आपात स्थिति में बांध में उतर रहे अग्निशामकों को गंभीर चोटें आयी। इसलिए इन गैरजिम्मेदार पर्यटकों और शराबियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है,खडकवासला बांध के पानी में बिना इजाजत पर्यटक उतरते नजर आ रहे हैं। इनमें से कई लापरवाह पर्यटक और शराबी पानी के किनारे बैठकर शराब पीते हैं और खाली बोतलें उसी पानी में या किनारे फेंक देते हैं। टहलने आने वाले अन्य युवक-युवतियां हुडलबाजी में खाली बोतलों पर पत्थर मारकर चकनाचूर करते है,जिसका कांच परिसर और पानी के अंदर गिरता है। यही पानी शहर की जनता को पीने के लिए पूर्ति की जाती है। नागरिकों की जान भी खतरे में पड़ने से इंकार नहीं किया जा सकता।
बांध का किनारा कई जगहों पर बेहद खतरनाक हो गया है क्योंकि टूटी बोतलों के ये नुकीले गिलास पानी में दिखाई नहीं दे रहे हैं। साथ ही पुणे के लोगों की प्यास बुझाने वाले खड़कवासला बांध का पानी भी बड़े पैमाने पर प्रदूषित हो रहा है। इस तरह के कदाचार को रोकने के लिए सिंचाई विभाग और पुलिस प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। आपात स्थिति में बचाव या बचाव कार्यों के लिए दमकलकर्मियों को बांध के पानी में गोता लगाना पड़ता है। किनारे पर कांच के टूकडे होने के कारण किसी के पैरों को छलनी कर सकता है।
हर कोई जो टहलने के लिए आता है उसे पता होना चाहिए कि खड़कवासला बांध का पानी पीने के लिए उपयोग किया जाता है। पानी में शीतल पेय या शराब की बोतलें न फेंकें। कोई भी पानी में नहीं जाना चाहिए। बांध की पवित्रता बनाए रखना सभी का कर्तव्य है। खड़कवासला बांध शाखा अभियंता,सिंचाई विभाग के राजेंद्र राउत ने ऐसी अपील की है। चूंकि पानी में मगरमच्छ होने की संभावना है,पर्यटकों से पहले ही बांध में प्रवेश न करने का आग्रह किया गया है। किसी को भी अपनी जान जोखिम में डालकर पानी में प्रवेश नहीं करना चाहिए। यदि कोई बांध के किनारे में शराब का सेवन करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस निरीक्षक हवेली पुलिस ठाणे,पुणे ग्रामीण के सदाशिव शेलार ने ऐसी चेतावनी दी है।