पुणे-पुणे के पालकमंत्री और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार पुणे में कसारसाई बांध के बीच में फंस गए थे। मछली पकड़ने के व्यवसाय का निरीक्षण करने जाते समय बेड़ा का इंजन अचानक बंद हो गया। अंतत: दूसरी नाव पर सवार होने के बाद उन्हें किनारे लाया गया। तब तक अधिकारी समेत नाव चालक की सांसें थमी रही।
चालक ने इंजन को स्टार्ट करने का प्रयास किया,लेकिन वह स्टार्ट नहीं हुआ। आखिरकार बगल वाली नाव को करीब ले जाया गया। अजीतदादा फिर दूसरी नाव पर चढ़े और आगे की यात्रा शुरू हुई।
अजीत पवार के सूझाए की ओर अनदेखी
शुरुआत में अजित पवार ने ज्यादा लोगों को इंजन वाली नाव में न बैठनेे की सलाह दी थी। हालांकि उपस्थित लोगों ने नाव पर भीड़ लगा दी और अतिरिक्त वजन के कारण इंजन पर दबाव पड़ा। नतीजन इंजन रुक गया और बीच मझधार में अजित पवार फंस गए। हलांकि अजित पवार लाइफ जैकेट धारण किया था इसलिए जान को कोई खतरा नहीं था। लेकिन यह चूक कैसे हुई? ज्यादा क्षमता वाले इंजन की नाव का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया?
बादलों में गोली मत चलाओ
इस बीच मीडिया के पूछने पर नाराज होते अजीत पवार ने कहा कि अभी बादलों में गोली मत चलाओ। छापेमारी की प्रक्रिया पूरी होने दो,मेहमानों को लौट जाने दो फिर प्रतिक्रिया दूंगा,दूध का दूध,पानी का पानी हो जाएगा। मुझे बार बार वही बात दोहराने की ज़रूरत नहीं है।