पिंपरी- पिंपरी चिंचवड,पुणे समेत समूचे महाराष्ट्र में होने वाले महानगरपालिका चुनाव प्रभाग रचना प्रणाली को लेकरपिछले कई महिनों से बना सस्पेंस अब खत्म हो गया। आज महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्रिमंडल की बैठक में तीन सदस्यीय पैनल प्रभाग रचना को मान्यता प्रदान की गई। अब मुंबई मनपा को छोडकर पिंपरी चिंचवड मनपा समेत महाराष्ट्र के मनपाओं का चुनाव तीन सदस्यीय पैनल से होगा। इसी के साथ नगरसेवक व इच्छुक उम्मीदवारों की हलचलें तेज हो गई। तीन सदस्यीय पैनल का लाभ राष्ट्रवादी कांग्रेस को मिलेगा,ऐसा दावा जानकारों का है।
वॉर्ड के पैनल रचना को लेकर सरकार में शामिल शिवसेना,राष्ट्रवादी,कांग्रेस पार्टी के बीच रस्साकसी चल रही थी। शिवसेना और कांग्रेस दो सदस्यीय पैनल बनाने पर जोर डाल रही थी,जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस तीन सदस्यीय पैनल पर अडी हुई थी। आज कैबिनेट की बैठक शुरु होने तक बात नहीं बनी। उपमुख्यमंत्री अजित पवार तीन सदस्यीय पैनल बनाने को लेकर जोरदार बैटिंग की। आखिरकार अजित पवार ने चौका मारते हुए गेंद को बाँड्री पार पहुंचाने में सफल रहे। देर शाम को तीन सदस्यीय प्रभाग रचना पर मुहर लग गई। 2017 के चुनाव में चार सदस्यीय पैनल होने के नाते भाजपा को जबर्दस्त फायदा मिला। पुणे,पिंपरी चिंचवड मनपा में सत्ता पर काबिज हुए। इस बार के चुनाव में अजित पवार कोई कसर बाकी नहीं रखना चाहते।
शिवसेना ने भी बाजी मारते हुए आज की बैठक में मुंबई महानगरपालिका का चुनाव एक सदस्यीय प्रभाग रचना प्रणाली से मंजूर कराने में सफल रही। मुंबई में पिछले कई सालों से शिवसेना की सत्ता है। यहां के बारे में शिवसेना का निर्णय दोनों कांग्रेस के नेताओं को मानना पडा। हलांकि आज की बैठक के निर्णय का पालिका चुनाव वॉर्ड रचना से संबंधित अभी तक अध्यादेश जारी नहीं किया गया है। कुछ प्रक्रियाओं से गुजरना पडेगा। राज्यपाल की अंतरिम मंजूरी लेना अनिवार्य होता है। फिर निर्णय का प्रस्ताव राज्य चुनाव आयोग के पास भेजना पडेगा। लेकिन पालिका का चुनाव तीन सदस्यीय पैनल सिस्टम से होगा,इस पर कैबिनेट बैठक में मुहर लग गई है।