मुंबई-पिछले चार दिनों से महाराष्ट्र भर में हो रही भारी बारिश के चलते कई जगह भूस्खलन,इमारतों के गिरने,बादल फटने से कई लोगों की जानें जा चुकी है। आज रायगढ़ के तलई गांव में 35 से ज्यादा घरों पर चट्टान का मलबा गिरा है। अभी भी 30 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। माना जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। कोल्हापुर,रायगढ,रत्नागिरी,पालघर,ठाणे,कल्याण,उल्हासनगर,बदलापुर,नागपुर के इलाकों में भारी बाढ से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। मुंबई के गोवंडी में एक इमारत गिरी और 4 लोगों की जान चली गई। सायन हॉस्पिटल में 6 जख्मी लोगों को भर्ती कराया गया है।
मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई जिलों में लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात हैं। कई नदियां भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। बारिश और बाढ़ के चलते कोंकण क्षेत्र के रायगढ़ और रत्नागिरी जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। रायगढ़ में हुए तीन भूस्खलन में अब तक 36 लोगों की मौत हो चुकी है। रेस्क्यू के लिए स्थानीय प्रशासन के अलावा एनडीआरएफ और नौसेना की टीमें भी तैनात कर दी गई है।
बाढ़ के चलते कई रूटों पर रेल सेवा भी निरस्त कर दी गई है। वहीं पुणे स्थित 12 ज्योतिर्लिगों में से एक भीमाशंकर के गर्भगृह तक पानी घुस गया है। मुंबई के गोवंडी इलाके में इमारत ढहने से 3 लोगों की मौत हो गई है जबकि 7 लोग घायल बताए जा रहे हैं। बाढ़ में फंसे लोगों के रेस्क्यू में प्रशासन की मदद के लिए वेस्टर्न नेवल कमांड मुंबई ने फूड रेस्क्यू टीम और हेलिकॉप्टर भेजे हैं। 7 नौसैनिक रेस्क्यू टीमें सड़क मार्ग से रत्नागिरी और रायगढ़ जिले में भेजी गई हैं।
महाराष्ट्र रायगढ़ में बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। यहां तीन जगह हुए भूस्खलन में 36 की मौत हो चुकी है। भारतीय नौसेना ने प्रभावित इलाकों की एरियल सर्वे के दौरान तस्वीर ली है जिसमें अधिकतर इलाका पूरी तरह जलमग्न दिख रहा है।