पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) चिकित्सा शिक्षा के लिए रूस गए एक भारतीय युवक की समय से पहले मौत हो गई्। हालांकि, मृतक छात्र के शव को इंदापुर तहसील से भारत लाने का बड़ा सवाल था। अंत में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले की मदद से युवा के शव को इंदापुर लाया जाना संभव हुआ्। चिकित्सा की पढ़ाई कर रहे युवक की 21 अप्रैल को कैंसर के कारण मौत हो गई छात्र का नाम तन्मय अबसाहेब बोडके (उम्र 22, निवासी पिंपरी बुद्रुक,इंदापुर) है। वह रूस में एमबीबीएस के अपने तीसरे वर्ष में थे। वह रूस में निज़नी नोवगोरोड विश्वविद्यालय में पढ़ रहे थे। उन्होंने अचानक वजन बढ़ाया और चलना मुश्किल हो गया। उन्हें अस्पताल में कैंसर का पता चला था। मृतक तन्मय के करीबी सहयोगी श्रीकांत बोडके ने कहा सर्जरी के दौरान निम्न रक्तचाप के कारण उनकी मृत्यु हो गई्।
विदेश मंत्री जयशंकर और सुप्रिया सुले का आभार
उनके प्रयासों को अपेक्षित सफलता मिली और उनके शरीर को अंततः 29 अप्रैल को मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाया गया। इस बीच सुप्रिया सुले लगातार बोडके परिवार के संपर्क में थी्ं। वह लगातार समर्थन देकर दोनों देशों के प्रशासन का अनुसरण कर रही थी। आखिरकार शव मुंबई पहुंचे। सुले ने विदेश मंत्री जयशंकर रूसी दूतावास और अन्य सरकारी एजेंसियों को धन्यवाद दिया। तन्मय का पार्थिव शरीर एंबुलेंस द्वारा मुम्बई से उनके पैतृक गांव पिंपरी बुद्रुक के इंदापुर तहसील लाया गया और शुक्रवार (30 अप्रैल) सुबह उनका अंतिम संस्कार किया गया। बोडके परिवार ने भावना व्यक्त की कि सांसद सुप्रिया सुले द्वारा बहुत कठिन समय में दी गई मदद तन्मय को वापस धरती पर ला सकती है। उन्होंने सुप्रिया सुले को भी धन्यवाद दिया।