पिंपरी-सेवा विकास सहकारी बैंक के पूर्व चेयरमैन और पूर्व उपमहापौर अॅड अमर मूलचंदानी को पिंपरी चिंचवड शहर की पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया। पिछले कई दिनों से पुलिस के साथ लूकाछूपी का खेल कर रहा था। अमर मूलचंदानी के विरुद्ध धोखाधडी,फंसाने,गबन के 6,चोरी के 1 ऐसे कुल 7 मामले पिंपरी,हिंजवडी,भोसरी एमआयडीसी पुलिस स्टेशन में पिछले तीन वर्षों में दर्ज हुए है। कल 9 मार्च को पुलिस ने अमर मूलचंदानी को मोरवाडी कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने 12 मार्च तक पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया।
आपको बता दें कि 3 दिन पहले मुंबई मालाड से मूलचंदानी को पिंपरी पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया था। ब्लैड प्रेशर और शूगर बढने के कारण उसे पुलिस ने अपनी निगरानी में ससून में इलाज के लिए भर्ती कराया था। कल डिस्चार्ज मिलने के बाद पुलिस ने मोरवाडी कोर्ट में पेश किया। सरकारी वकील ने कोर्ट से 14 दिनों की पुलिस रिमांड की मांग की थी। सरकारी वकील ने यह दलील दी कि बैंक से संबंधित सारे प्रमाण नष्ट होने की शंका है इसलिए पूरी जांच पडताल के लिए 14 दिन की रिमांड मिला आवश्यक है। मूलचंदानी की ओर से तीन वकीलों ने रिमांड का पूरजोर विरोध किया। अमर मूलचंदानी के विरुद्ध कुछ मामलों में बैंक के ही अधिकारियों ने पुलिस में अपराध दर्ज करवाया है। आरोप पत्र भी पेश किया गया है। जबकि आरोपी के वकील ने यह दलील दी है कि राजनीतिक षडयंत्र के तहत मूलचंदानी को फंसाया गया है। कोर्ट ने दोनों बाजू के दलीलों को सुनने के बाद 4 दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर भेजने का आदेश दिया।
तेजतर्रार,निडर,निर्भिक आयुक्त कृष्ण प्रकाश राज में संभव
पिंपरी चिंचवड शहर के तेजतर्रार,निडर,निर्भिक कार्यक्षम पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश ने यह साबित कर दिया कि कानून सबके लिए बराबर है जो गलत काम करेगा उस पर कानूनी शिकंजा कसा जाएगा। इससे पहले पुलिस कमिश्नर संदीप विष्णोई थे। उनके कार्यकाल में भी बैंक से संबंधित अपराध दर्ज हुए थे। उस समय भाजपा की देवेंद्र फडणवीस की सरकार थी। पिंपरी चिंचवड पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। लेकिन आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने अमर मूलचंदानी को गिरफ्तार करके अपनी कार्यक्षमता,निर्भिकता का परिचय दिया है। शहर में कानून का राज है यह संदेश शहरवासियों को दिया है। पिंपरी चिंचवड शहर की पुलिस को शहरवासी सैल्यूट कर रही है और पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश के कामों को लोग प्रशंसा कर रहे है।