पिंपरी-पिंपरी चिंचवड ममनपा की सात हजार करोड की तिजोरी की चाबी किसके हाथ लगेगी इस बारे में पिछले कई दिनों से चर्चाओं का बाजार गर्म था। आज भाजपा की ओर से भोसरी से अॅड नितिन लांडगे ने अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया। सत्ताधारी भाजपा की ओर से एकमात्र पर्चा आने से संख्या बल के अनुसार नितिन लांडगे का 5 मार्च को होने वाले चुनाव में सभापति बनना लगभग तय है। राकांपा की ओर से प्रविण भालेकर ने अपना नामांकन पत्र भरा है। सभापति का चुनाव आखिरी वक्त में हमेशा की तरह बिनविरोध होने की बात कही जा रही है।
पिंपरी चिंचवड मनपा स्थायी समिति सभापति पद पर सत्ताधारी भाजपा की ओर से भोसरी के रहने वाले अॅड नितिन लांडगे ने अपना नामांकन पत्र भरा है। लांडगे ने चार सेट में पर्चा दाखिल किया। भाजपा की संख्याबल ज्यादा होने के कारण नितिन लांडगे का सभापति बनना लगभग तय है। नितिन लांडगे पूर्व विधायक ज्ञानेश्वर लांडगे के पुत्र है। दूसरी ओर सभापति पद के इच्छुक भोसरी से बिनविरोध नगरसेवक रवि लांडगे ने नाराज होकर अपना स्थायी समिति सदस्य पद से इस्तीफा महापौर माई ढोरे को सौंप दिया है।
आज 3 बजे से लेकर 5 बजे तक नामांकन भरने की समयावधि थी। 4.30 बजे मुंबई से दोनों भाजपा विधायक महेश लांडगे और लक्ष्मण जगताप के आपसी सहमति से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मिलकर नितिन लांडगे का नाम तय किया और सत्तारुढ नेता नामदेव ढाके को फोन पर बताया। पर्चा भरते समय नामदेव ढाके,महापौर माई ढोरे,पूर्व महापौर राहुल जाधव,अब तक रहे स्थायी समिति सभापति संतोष लोंढे,उपमहापौर केशव घोलवे आदि मान्यवर उपस्थित थे। 5 मार्च को सभापति का चुनाव दोपहर 12 बजे होगा।
इधर आनन फानन में नाराज रवि लांडगे ने इस्तीफा देकर पत्रकार परिषद में कहा कि उनका परिवार पिछले 30 वर्षों से भाजपा की निष्ठाभाव से सेवा कर रहा है। स्व.अंकुश लांडगे के साथ उस समय अन्याय हुआ अब मेरे साथ अन्याय हुआ। हमारे परिवार को कभी भी न्याय नहीं मिला। जबकि मैं बिनविरोध नगरसेवक निर्वाचित हुआ था। विधानसभा चुनाव में मैं इच्छुक था लेकिन भोसरी के विधायक महेश लांडगे ने मुझे आश्वासन दिया था कि स्थायी समिति सभापति पद देंगे। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने भी आश्वासन दिया था। लेकिन किसी ने न्याय नहीं दिया। मेरे साथ विश्वासघात हुआ। इसलिए मैं अपना स्थायी समिति सदस्य पद से इस्तीफा महापौर के पास सौंपा है। अगली रणनीति के बारे में कहा कि पहले मैं पता लगाउंगा कि मेरा नाम किसने कट किया और क्यों कट हुआ? उसके बाद अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करके भावी रणनीती पर निर्णय लूंगा। फिलहाल अभी भाजपा को छोडने का कोई इरादा नहीं है।
आपको बताते चलें कि भोसरी परिसर में यह चिंगारी आगे चलकर आग का गोला बनेगी। विद्रोह की भयंकर ज्वाला उठेगाी। आने वाले दिनों में रवि लांडगे कोई बडा कदम उठा सकते है। आज उनके चेहरे और शब्दों से उनकी नाराजगी भाजपा विधायक महेश लांडगे पर खुलकर दिखाई दे रही थी। इसका असर आने वाले 2022 के पालिका चुनाव में एक ट्रेलर के रुप दिखाई दे तो कोई आश्चर्य नहीं।