पिंपरी- पिता की आर्थिक हालत खराब थी। कर्ज का बोझ था। पिता का कर्ज चुकाने के लिए अपनी मौसी के घर चोरी किया उसके बाद खुद ही पुलिस में जाकर मोसी के घर चोरी होने कीॅ शिकायत दर्ज करवाया। लेकिन सांगवी पुलिस की पैनी नजर से बच नहीं सका और पुलिस के शिकंजे में फंस गया। पुलिस ने गिरफ्तार करके चोरी के गहने जब्त किया। सोने के गहने की कीमत 2.50 लाख रुपये है। साथ ही 6 हजार नगदी भी बरामद की गई। ऐसी जानकारी आज पत्रकार परिषद में पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने दी।
पुलिस निरिक्षक अजय भोसले के अनुसार 21 दिसंबर को सांगवी पुलिस में घर में चोरी होने की एक फरियाद दर्ज की गई थी। फरियाद विकी पाटिल ने दी थी। पुलिस मामले की जांच करते हुए परिसर के सीसीटीवी कैमरे की जांच शुरु की। पडोसी लोगों से पूछताछ की गई। सीसीटीवी में विकी पाटिल नया कपडा पहने अपने मौसी के घर जाते देखा गया। पुलिस को शंका निर्माण हुई और फरियादी से क्रॉस चेकिंग पूछताछ शूरु की। टालमटोल जवाब देने लगा। ज्यादा देर तक पुलिस के सामने टिक नहीं सका और अपना जुर्म कबूल कर लिया। विकी ने बताया कि वो अपनी मौसी के घर में रहता था। पूजा घर में सोने के गहने देखा। पिता की आर्थिक हालत सुधारने और कर्ज को चुकाने के इरादे से चोरी किया था। कोई पहचान न सके इसलिए नए कपडे सिलवाया था। ऐसा कबूलनामा किया।
पिंपरी चिंचवड शहर पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश,अप्पर पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकले,पुलिस उप आयुक्त परिमंडल-2 आनंदे भोईटे,सहायक पुलिस आयुक्त वाकड विभाग गणेश बिराजदार के मार्गदर्शन में सांगवी पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक अजय भोसले,यशवंत सालुंके,चंद्रकांत भिसे, चिंचकर,कैलास केंगले,सुरेश भोजने,रोहीदास बोर्हाडे,अरुन नराले,विजय मोरे,प्रविण पाटिल,शशीकांत देवकांत,नीतिन खोपकर,अनिल देवकर,हेमंत कुमार गुत्ती कोंडा,दिपक पिसे,शिमोन चांदेकर,नुतन कोंडे ने कार्रवाई की।