पिंपरी- पिंपरी चिंचवड शहर में क्राइम पेट्रोल धारावाहिक की़ तर्ज पर अपराध को अंजाम देने की घटना का पर्दाफाश हुआ है।करोडों रुपये कर्ज में डूबा कालेवाडी का शातिर फिल्मी ड्रामेबाज अपने 15 साल पहले उसी कंपनी में काम करने वाले एक दोस्त की हत्या कर दी थी और उसके शरीर का आंशिक रूप से अंतिम संस्कार कर दिया था और लिखा था कि 100 रुपये के स्टांप पेपर पर मैं आत्महत्या कर रहा हूं यह दिखाने के लिए कि वह शरीर उसका था। आरोपी दिल्ली भाग गया। आरोपी की चालाकी ज्यादा देर तक नहीं चली। आरोपी को पुलिस ने बड़ी मेहनत के बाद गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपी की पहचान महबूब दस्तगीर शेख (साईश्रद्धा कालोनी,राजवडेनगर,कालवाड़ी के निवासी) के रूप में की गई है। मृतक की पहचान संदीप पुंडलिक मैनकर (संत तुकाराम नगर, पिंपरी निवासी) के रूप में हुई है।
पुलिस के अनुसार एक व्यक्ति का शव 29 नवंबर, 2020 को मुंबई-बेंगलूरु राजमार्ग पर बाणेर में उडांशावाली दरगाह के खुले स्थान पर पाया गया था। हत्यारे ने शख्स को चाकू मार दिया था। इसके अलावा ज्वलनशील पदार्थों जलाने की कोशिश की और सबूत नष्ट करने के लिए उन्हें जला दिया गया। शव को पास की एक दीवार के पास फेंक दिया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और शव को कब्जे में ले लिया। पुलिस को बाद में मृतक की जेब में आधा जला हुआ पत्र मिला।आरोपियों की तलाश ब्लूटूथ से शुरू हुई्। इस बीच आरोपी की पहली पत्नी महबूब ने वाकड पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। घटना से पत्नी अनजान थी। आखिरकार पुलिस आरोपी के घर गई और ब्लूटूथ और अन्य मामलों के विवरण के बारे में पूछताछ करने पर पता चला कि वह आरोपी था। यह भी कहा गया कि आरोपी पर करोड़ों रुपये बकाया थे और उसकी दो पत्नियां थी्ं। इसलिए पुलिस आश्वस्त थी कि आरोपी ऐसी हरकत कर सकते ह््ैं। तकनीकी जांच के आधार पर, पुलिस को पता चला कि आरोपी वर्तमान में दिल्ली में था। हिंजवड़ी पुलिस दिल्ली के लिए रवाना हुई्। हालांकि तब तक आरोपी अपनी दूसरी पत्नी के साथ पुणे आ गया था। आरोपी को क्राइम ब्रांच यूनिट चार और हिंजवाड़ी पुलिस ने ट्रेन से दौंड इलाके में हिरासत में ले लिया।
आरोपी महबूब दस्तगीर शेख के पास से एक एक स्टांप पेपर बरामद हुआ जिसमें लिखा है कि वो करोडों रुपये का कर्जदार है,आत्महत्या कर रहा हूं मेरा शव बानेर इलाके में मिलेगा। तदनुसार घटना की आगे की जांच चल रही है। दोनों आरोपी और मृतक एक ही कंपनी में कुछ साल पहले काम किया करते थे। इसका फायदा उठाते हुए आरोपी ने उसे मार डाला और पुलिस की आँख में धूल झोंकने के लिए नाटक किया, यह सोचकर कि उसे करोड़ों के कर्ज से मुक्ति मिलेगी। लेकिन अपने गलत मंसूबे में नाकाम साबित हुआ।
पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश,अप्पर पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकले, पुलिस उपआयुक्त(अपराध) सुधीर हिरेमठ, पुलिस उपायुक्त आनंद भोइटे,सहायक पुलिस आयुक्त आर आर पाटिल,वाकड विभाग के सहायक पुलिस आयुक्त गणेश बिरादार के मार्गदर्शन में हिंजवडी पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरिक्षक बालकृष्ण सावंत,पुलिस निरिक्षक अजय जोगदंड,उद्धव खाडे,जांच पथक के सहायक पुलिस निरिक्षक सागर काटे,बंडू मारणे,किरण पवार,महेश वायबले,आतिक शेख,हनुमंत कुंभार,कुणाल शिंदे,गणेश शिंदे,विजय घाडगे,रितेश कोली,चंद्रकांत गडदे,कारभारी पवार,अमरिश देशमुख,अजीनाथ ओबासे,गोविंद चव्हाण,मोहम्मद नदाफ,प्रविण दले,सुभाष गुरव,प्रशांत सईद,शंकर चिचंकर की टीम ने कार्रवाई की।