पिंपरी- पिंपरी चिंचवड मनपा में फर्जी एफडीआर,बैंक गारंटी के दम पर करोडों का ठेका लेकर पालिका को चूना लगाने वाले 18 ठेकेदारों के नामों का पर्दाफाश हुआ है। इनको पालिका प्रशासन ने ब्लैकलिस्ट करके 3 साल तक पालिका में ठेका लेने पर प्रतिबंध लगाने की सजा दी है। साथ ही ठेकेदारों पर 420 करने और पालिका से धोखाधडी के मामले में फौजदारी गुनाह दर्ज करने के भी आदेश जारी किए गए।
ब्लैकलिस्ट ठेकेदारों के नाम इस प्रकार है- श्री दत्त कृपा इंटरप्राइजेस,सोपान जनार्दन घोडके,दीप इंटरप्राइजेस,बीके खोसे,बीके कन्स्ट्रक्शन अँड इंजीनियरिंग,एचए भोसले,भैरवनाथ कॅन्स्ट्रक्शन,कृति कन्स्ट्रक्शन,डीजे एन्टरप्राइजेस,म्हालसा कन्सट्रक्शन प्रा.लि.,अतुल आरएमसी,पाटील एंड असोसिए,डीडी कन्स्ट्रक्शन,एसबी सवाई,चैतन्य एन्टरप्रायजेस,वैदही कन्स्ट्रक्शन,त्रिमुर्ति कन्स्ट्रक्शन,राधिका कन्स्ट्रक्शन ऐसे 18 ठेकेदारों के नाम पालिका की ओर से उजागर किए गए है।
ये ठेकेदार स्थापत्य,जलनिसारण,पानीपूर्ति,उद्यान से संबंधित है। अभी विद्युत विभाग समेत अन्य विभागों के ठेकेदारों के काले कारनामों को खंगाला जा रहा है। 18 ठेकेदारों ने कम दर से रेट भरकर ठेका हासिल किया। लगने वाली एफडीआर बैंक गारंटी डिपॉजिट की रिसिप्ट कलर निकालकर फर्जी पालिका के पास जमा करवाए। मूल रिसिप्ट को वापस बैंक में देकर अपना डिपॉजिट की रकम निकाल ली। इस तरह पालिका प्रशासन के आंखों में धूल झोंकने का काम किया।