नई दिल्ली- कांग्रेस इन दिनों बुरे दौर से गुजर रही है। तीन राज्य छोड दें तो सभी राज्य हाथ से निकल गए है। कांग्रेस के चाणक्य अहमद पटेल भी अब नहीं रहे। कांग्रेस की नैय्या के खैवेय्या कौन बनेगा? पटेल की जगह कौन लेगा और गांधी परिवार का वफादार कौन होगा? इस ओर सबकी निगाहें लगी है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले साल 31 दिसंबर को अहमद पटेल के कामकाज में हाथ बंटाने के लिए पंजाब सरकार में मंत्री विजय सिंगला को उनके साथ सचिव नियुक्त किया था, पर मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखते हुए पार्टी किसी वरिष्ठ नेता को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपेगी। कोषाध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, केसी वेणुगोपाल और मिलिंद देवड़ा सहित कई नाम चर्चा में ह््ैं। अशोक गहलोत के राजस्थान छोड़ने की उम्मीद कम है। क्योंकि उनके दिल्ली आने के बाद सरकार पर संकट गहरा सकता है।
वेणुगोपाल एक मजबूत दावेदार :
पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल संगठन की जिम्मेदारी संभाल रहे ह््ैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी उनकी ईमानदारी के कायल है। ऐसे में हो सकता है कि वेणुगोपाल को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी देते हुए संगठन का प्रभार किसी दूसरे को दे दिया जाए्। कांग्रेस संगठन में पार्टी अध्यक्ष के बाद कोषाध्यक्ष सबसे महत्वपूर्ण पद है। इसके बाद महासचिव आते ह््ैं। ऐसे में वेणुगोपाल की दावेदारी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
कमलनाथ के नाम की चर्चा:
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता कमलनाथ का भी कोषाध्यक्ष पद के दावेदारों की फेहरिस्त में शामिल ह््ैं। मध्य प्रदेश में नए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है। कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद भी छोड़ना चाहते ह््ैं। ऐसे में कमलनाथ कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल सकते ह््ैं। इसके साथ एक बार फिर मिलिंद देवड़ा का नाम चर्चा में ह््ैं।
निवनिर्वाचित अध्यक्ष बनाएंगे नई टीम:
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी किसी नेता को कोषाध्यक्ष को नियुक्त कर सकती है। अध्यक्ष पद के चुनाव के बाद नया अध्यक्ष अपनी नई टीम गठित करेगा, उसके बाद ही पार्टी को पूर्णकालिक कोषाध्यक्ष मिल पाएगा।