पुणे- कोरोना लॉकडाउन अवधि के दौरान बिजली बिलों की माफी के लिए आंदोलन चल रहे ह््ैं। पुणे में मनसे ने आंदोलन किया। पुलिस ने मनसे के पदाधिकारियों को गिरफ्तार की है।पुणे स्नातक मनसे उम्मीदवार रुपाली ठोंबरे,पूर्व नगरसेवक किशोर शिंदे,अजय शिंदे,पूर्व नगरसेविका पुष्पा कनोजिया,सुरेखा मखवाना,बाबू वगस्कर,रणजित शिरोले को गिरफ्तार करके फरासखाना पुलिस स्टेशन में बैठा कर रखा गया है।
भाजपा के बाद, जो मुख्य विपक्षी दल है, अब राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने बिजली बिल वृद्धि के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान शुरू किया है। मनसे के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मुंबई, पुणे, ठाणे, नवी मुंबई, नासिक और औरंगाबाद जैसे कई प्रमुख शहरों में सड़कों पर उतरकर बिजली बिल माफी की मांग की है। मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से तोड़फोड़ नहीं करने की अपील की है। हालांकि, मनसे के कार्यकर्ताओं ने राज्य के विभिन्न शहरों में कलेक्ट्रेट कार्यालयों पर मार्च निकाला।जिसमें लिखा था कि आपका कार्यालय आपकी जिम्मेदारी है।
मनसे ने आज सुबह लगभग 10 बजे बांद्रा के कलेक्टर कार्यालय में मोर्चा निकाला। इस अवसर पर एमएनएस नेता और सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे। पुणे में आज सुबह लगभग 11 बजे मनसे ने शनिवारवाडा से पुणे जिला कलेक्टर कार्यालय तक एक मोर्चा का आयोजन किया। शनिवारवाडा क्षेत्र में एक बड़ी पुलिस टुकड़ी तैनात की गई थी। हालांकि पुलिस ने विरोध की अनुमति देने से इनकार कर दिया। नतीजतन पुलिस और मनसे कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हुई्। मनसे के शहर अध्यक्ष अजय शिंदे सहित मनसे के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस मनसे कार्यकर्ताओं को फरसखाना पुलिस स्टेशन ले गई्। उसके बाद मनसे कार्यकर्ताओं ने फरसाखाना पुलिस स्टेशन तक मार्च किया मनसे के पदाधिाकारियों ने कहा कि शनिवारवाडा से कलेक्टर कार्यालय तक शांतिपूर्वक मार्च करने जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने आगे बढने नहीं दी। जब तक कलेक्टर यहाँ नहीं आते और हमारे बयान को स्वीकार नहीं करते। तब तक हमारा धरना आंदोलन जारी रहेगा।एमएनएस कार्यकर्ताओं ने ऐसा कहा।