मुंबई- कोरोना वैक्सीन का सबको बेसब्री से इंतजार है। लेकिन वैक्सीन आने के बाद इसकी लूट,कालाबाजारी और खास को पहले आम को बाद में मिलने की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वैक्सीन बांटने की जिम्मेदारी टास्क फोर्स के हवाले कर दी है। इस बारे में योजना,तैयारी की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ठाकरे ने दी है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है। टास्क फोर्स सुझाव देगी कि पहले किन लोगों के बीच वैक्सीन बांटी जाए और उसकी क्या कीमत निर्धारित की जाए। टास्क फोर्स में मुख्य सचिव के अलावा वित्त, नियोजन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव,चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव,स्वास्थ्य सेवा विभाग के आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा विभाग के संचालक,डॉ. शशांक जोशी और जे.जे.तथा केईएम अस्पतालों प्रतिबंधात्मक और सामाजिक औषधि विभाग के प्रमुख शामिल ह््ैं। मुख्यमंत्री उद्धव ने प्रधानमंत्री से कहा, ङ्गराज्य सरकार कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क और सावधान है। सरकार जिम्मेदारी से काम कर रही है, लेकिन कुछ विपक्षी पार्टियां सड़क पर उतरकर आंदोलन कर रही ह््ैं। विपक्ष का यह रवैया सरकार की अब तक की सारी मेहनत पर पानी फेर सकता है।फ उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री या गृहमंत्री सभी विपक्षी पार्टियों की एक बैठक बुलाकर इस बारे में उचित निर्देश दे्ं।
टास्क फोर्स का काम
कोरोना वैक्सीन के भंडारण और वितरण के लिए लगने वाली वातानुकूलित चेन की स्थापनावैक्सिनेशन के आखिरी चरण तक सभी आवश्यक जरूरतों की आपूर्तियह तय करना कि वैक्सीन की कीमत कितनी होगी और पहले किसे दी जाएगा बीएमसी ने शुरू की तैयारी
कोरोना की वैक्सीन आने के बाद उसे लोगों तक पहुंचाने के लिए बीएमसी ने योजना बनानी शुरू कर दी है। बीएमसी कमिश्नर आईएस चहल ने कहा, ङ्गफ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्गों तक पहले वैक्सीन पहुंचाने का सिस्टम बनाया जा रहा है। इसका ब्लूप्रिंट तैयार किया जा रहा है कि मुंबई में वैक्सीन का डिस्ट्रिब्यूशन सेंटर कहां होगा और ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था क्या होगी।