पुणे-वाइस एडमिरल ए के चावला ने विभिन्न हितधारकों से अपील की है कि वे मेक-इन-इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे रणनीतिक कार्यक्रमों के माध्यम से नौसेना के साथ सहयोग करें ताकि जहाजों के लिए बेहतर डिजाइन सुनिश्चित हो सके। एक रक्षा विज्ञप्ति में कहा गया है कि दक्षिणी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल चावला ने शनिवार को आईएनएस शिवाजी द्वारा मैनेजमेंट ऑफ स्ट्रक्चर बॉर्न नॉइस के विषय पर आयोजित एक वेबिनार के दौरान यह अपील की। आईएनएस शिवाजी पुणे जिले के लोनावाला में स्थित एक नौसेना स्टेशन है। इसमें नौसेना इंजीनियरिंग कॉलेज है, जो भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों को प्रशिक्षित करता है।
अपने संबोधन के दौरान, वाइस एडमिरल चावला ने जहाजों और पनडुब्बियों के बेहतर इस्तेमाल को सुनिश्चित करने के लिए प्लेटफॉर्म के रखरखाव की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने उद्योग जगत, अकादमिक क्षेत्र और जहाज निर्माण उद्योग से आग्रह किया कि वे जहाज के लिए बेहतर डिजाइन सुनिश्चित करने के लिए मेक-इन-इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे केंद्र सरकार के रणनीतिक कार्यक्रमों के माध्यम से भारतीय नौसेना के साथ सहयोग करे्ं। वेबिनार का आयोजन प्रतिष्ठित संस्था, सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (मरीन इंजीनियरिंग) के तत्वावधान में किया गया था। विज्ञप्ति में कहा गया है कि कार्यक्रम में नौसेना की सभी शाखाओं के फ्लैग ऑफिसर,वरिष्ठ नौसेना अधिकारी,पूर्व अधिकारी और अन्य अधिकारियों सहित 300 से अधिक लोगों ने भाग लिया।