पटना- बिहार विधानसभा चुनाव के पहले फेज के तहत राज्य में 16 जिलों की 71 विधानसभा सीटों पर बुधवार शाम छह बजे मतदान संपन्न हो गया। पहले फेज में 53.54 प्रतिशत मतदान हुआ्। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शाम छह बजे तक 53.54 फीसदी वोटिंग हुई्। मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ था। पहले फेज की वोटिंग के बाद महागठबंधन और एनडीए, दोनों ने ज्यादा सीटें जीतने के दावे किए ह््ैं। महागठबंधन का दावा है कि गठबंधन को पहले फेज में 55 सीटें मिलने जा रही हैं, तो वहीं एनडीए ने फिर से सरकार बनाने का दावा किया है।
वोटिंग खत्म होने के बाद महागठबंधन ने दावा किया कि पहले फेज में वोटरों के उत्साह से पता चल गया कि चुनाव बाद महागठबंधन की सरकार बननी तय है। पहले चरण में 55 सीटों पर महागठबंधन की जीत पक्की है। यह संख्या बढ़ सकती है। आरजेडी, कांग्रेस और वामदलों के गठबंधन ने यह भी दावा किया कि सत्ताधारी ईकाई अंक में सिमट जाए, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए्। लेकिन गठबंधन के सभी दलों के कार्यकर्ता इस फार्मूले को याद रखें कि जबतक विदाई नहीं, तब तक ढिलाई नही्ं।
जेडीयू ने क्या किया दावा? 71 सीटों पर हुई वोटिंग पर अपनी प्रतिक्रिया में बिहार जेडीयू के अध्यक्ष व सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने दावा किया कि बिहार की 16 जिलों की जनता ने इसी चरण में एनडीए सरकार की वापसी तय कर दी। उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले फेज ने बिहार की जनता का मिजाज बता दिया है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक बार फिर अपार बहुमत के साथ एनडीए सरकार की वापसी होने जा रही है। उन्होंने कहा कि 15 साल बनाम 15 साल के एनडीए के उद्घोष को जनता ने गंभीरता से लिया। लोगों ने कुशासन के उस दौर को याद किया। न्याय के साथ विकास की जो तस्वीर खींची गयी, लोगों ने उसपर अपना भरोसा कायम रखा है।