पिंपरी-पिंपरी चिंचवड मनपा की महापौर उषा माई ढोरे पवना डैम जल पूजन करने गई या फिर फैमिली ट्रिप में गई? ऐसा सवाल कई पत्रकारों ने उठाए। महापौर संग उनके 65 वर्षीय पति और उनके परिवार के कुछ सदस्य पवना डैम जलपूजन में शामिल हुए। विसर्जन के दिन महापौर का फैमिली संग पवना डैम में जलपूजन कार्यक्रम था या फिर फैमिली ट्रिप? इस बारे में आज मनपा गलियारों में जोरदार चर्चा का विषय सुर्खियों में बना रहा।
आपको बताते चलें कि हर साल पवना डैम 100 फीसदी लबालब भरने के बाद जलपूजन के लिए महापौर पत्रकारों और जलपूर्ति विभाग के अधिकारियों के साथ जाने की परंपरा रही है। इस साल परंपरा खंडित हुई। पत्रकारों को कोई निमंत्रण नहीं दिया गया। कुछ विशेष पत्रकारों को ही बुलाया गया। इस बारे में जब महापौर से प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि वो पहली बार महापौर बनी है इसलिए उनको परंपरा के बारे में कोई जानकारी नहीं। सारा नियोजन जनसंपर्क विभाग के प्रफुल्ल पुराणिक ने की है। लेकिन महापौर को यह मालूम नहीं कि महापौर कोई पहली बार ही बनता है बार बार नहीं। जलपूजना का सारा खर्च पालिका की ओर से किया जाता है। अपने पालिका अधिकारियों और कर्मचारियों से काम कराने की धमक होनी चाहिए। अगर महापौर को लगता है कि जनसंपर्क विभाग से कोई चूक हुई तो कार्रवाई करनी चाहिए।
पुराणिक ने इस बारे में गैरजिम्मेदार वक्तव्य देकर अपनी गलतियों को छुपाने का प्रयास किया। पानीपूर्ति विभाग के सहशहर अभियंता रामदास तांबे भी पवना डैम जलपूजन में उपस्थित थे। मावल के राष्ट्रवादी कांग्रेस विधायक सुनिल शेलके कल ही स्वतंत्र रुप से पत्नी संग पवना जलपूजन किए। मावल के शिवसेना सांसद श्रीरंग बारणे पिछले हफ्ते ही हर साल की तरह पवना जलपूजन किया।