पिंपर-पिंपरी चिंचवड मनपा में विरोधी पक्षनेता हो हटाने की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। खुद राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेता और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने नए विरोधी पक्षनेता की नियुक्ति के लिए इच्छुक नगरसेवकों से आवेदन मंगवाए है। शहर अध्यक्ष संजोग वाघेरे ने एक पत्र जारी करते हुए राकांपा के इच्छुक नगरसेवकों से आवेदन खराडवडी के पार्टी कार्यालय में जमा करने को कहा है।नगरसेवक अपना आवेदन पत्र 10 से 12 अगस्त के बीच पार्टी कार्यालय में जमा करें ऐसी अपील शहर अध्यक्ष संजोग वाघेरे ने की है।
हम बताते चलें कि वर्तमान में विरोधी पक्षनेता पद पर नानाकाटे विराजमान है। इनका एक साल का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। पार्टी के अंदरखाने से आवाज उठ रही है कि नए विरोधी पक्षनेता का चयन जल्द किया जाना चाहिए। हलांकि कोरोना काल में नाना काटे को दीवाली तक पद पर रखा जा सकता है। ऐसी भी चर्चा है।
अगर हम इच्छुकों की बात करें तो सबसे प्रबल दावेदार भोसरी के वरिष्ठ नगरसेवक अजित गव्हाणे का नाम रेस में सबसे आगे चल रहा है। इनके पीछे पूर्व विधायक विलास लांडे खडे है। दत्ता काका साने के निधन के बाद भोसरी विधानसभा क्षेत्र से अगर ज्यादा राकांपा के नगरसेवकों को चुनकर लाना है तो अजित गव्हाणे हर मायने में योग्य है। चुनाव के आखिरी साल में तेज तर्रार,महासभा में स्टडी के साथ दहाडने वाला विरोधी नेता ही राकांपा को सत्ता दिलाने में सक्षम और भकम साबित हो सकता है। दूसरा नाम डॉ.वैशाली घोडेकर का उछल रहा है। लेकिन इनको कुछ नगरसेवक नेता मानने को राजी नहीं,ऐसा माहौल बन रहा है। सीनियर नगरसेवक इनके नेतृत्व में काम नहीं करना चाहते। महासभा में भी पार्टी के पक्ष में मजबुती के साथ बात रखने में कमजोर साबित हो सकती है। कुछ नगरसेवकों ने नाम सार्वजनिक न करने की शर्त पर अंदरखाने चल रही उठापठक पर ऐसी मनोभावना प्रकट की है।
हलांकि राष्ट्रवादी में इलेक्शन नहीं सिलेक्शन की परंपरा पुरानी है। अजित पवार सर्वेसर्वा है। जिनके नाम पर मुहर लगा देंगे वही विरोधी नेता की कुर्सी पर विरोजमान जो जाएगा। इस पद पर किसी गांववाले,और दमदार नगरसेवक को बैठाने की चर्चा है,जिसमें अजित गव्हाणे हर मायने में फिट बैठ रहे है। हलांकि दोनों रेस में चल रहे इच्छुक मनपा में बडे पदों का सुख भोग चुके है। अजित गव्हाणे स्थायी समिति के सभापति पद पर रह चुके हैं तो डॉ. वैशाली घोडेकर महापौर रह चुकी है। दादा के पिटारे से तीसरा चौंकाने वाला नाम भी आ सकता है।