पिंपरी- पिंपरी चिंचवड मनपा के अधिकारी और कर्मचारी जो कोरोना जंग की लडाई लड रहे और शहरवासियों को अपनी जान खतरे में डालकर बचा रहे ऐसे कर्मवीरों का प्रोत्साहन बढाने के लिए प्रोत्साहन भत्ता देना चाहिए। ऐसी मांग भाजपा के नगरसेवक संदीप वाघेरे ने आयुक्त श्रावण हर्डीकर से की है।
संदीप वाघेरे ने कहा कि देशभर में कोरोना ने त्राहि त्राहि मचा रखा है। देश, राज्य व स्थानीय पालिका कोरोना की जंग की लडाई लड रहे है। पिंपरी पालिका के हजारों कर्मचारी अत्यावश्यक सेवा के तहत जंग के सिपाही बनकर डटे है। कोरोना मरीजों की दिनरात सेवा में लगे है। स्वास्थ्य आरोग्य विभाग के लोग शहर को कोरोना मुक्त करने की हर उपाययोजना कर रहे है। मार्च महिने में पालिका कर्मचारियों का वेतन कटौति की गई है। लेकिन जो अत्यावश्यक सेवा में लगे कर्मचारी अधिकारी उनका वेतन में कटौति करना गलत हुआ। बल्कि प्रोत्साहन भत्ता दिया जाना चाहिए। अन्य राज्य तो मृत्यु के बाद 1 करोड की सहायता राशि की घोषणा कर चुके है। जिसमें दिल्ली भी शामिल है। फिर हम अपने कर्मचारियों के जीवन सुरक्षा के लिए प्रोत्साहन भत्ता की घोषणा क्यों नहीं कर सकते? मार्च महिने का जो वेतन काटा गया है उसे तत्काल अत्यावश्यक सेवा में लगे जंगबाहदुरों को वापस देना चाहिए।
अग्निशामक दल की मदद से पूरे शहर में किटनाशक औषधी फौव्वारा -
नगरसेवक संदीप वाघेरे ने कोरोना संकट की घडी में पिंपरी चिंचवड शहर में अग्निशामक दल की मदद से औषधी फौव्वारा करने की मांग की। वर्तमान में शहर के नागरिकों का आरोग्य चिंताजनक है। कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से बढ रही है। घर घर, मुहल्ला मुहल्ला किटनाशक दवाईयों का छिडकाव का होना अत्यावश्यक है। इससे कोरोना विषाणु रोकने में मदद मिलेगी।
पालिका के सभी 8 क्षेत्रिय कार्यालयों में रात के समय किटनाशक दवाईयों का छिडकाव व फौव्वारा मारने का काम होना चाहिए। ऐसे उपाय योजना के बल पर कोरोना जंग को हम सब मिलकर जीत सकते है। शहरवासियों ने नगरसेवक वाघेरे ने दोनों सुझावों की प्रशंसा कर रहे है। दोनों मांगें पूरी तरह योग्य है। आयुक्त को बिना विलंब मांगों पर विचार करके निर्णय लेना चाहिए।