मध्य रेलवे का दावा, 3 सेकेंड में कोरोना मुक्त
मुंबई- मध्य रेल के इलेक्ट्रिक लोको शेड, भुसावल ने दो दिनों के रिकॉर्ड समय में कोविड-9 से लड़ने के लिए एक इन-हाउस, कीटाणुशोधन सुरंग विकसित की है, जो उन कर्मचारियों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से तैयार की गई है, जो इन कठिन परिस्थितियों में शेड में आ रहे ह््ैं। टनल से गुजरने पर एक व्यक्ति को केवल 3 सेकंड के समय में सिर से पैर तक पूरी तरह से कीटाणुरहित कर सकता है। सुरंग की कुल लागत लगभग रुपए 15,000 है और एक बार में एक व्यक्ति को स्क्रीन कर सकती है।
कीटाणुशोधन सुरंग की संरचना तारपोलिन शीट द्वारा कवर किए गए एमएस पाइप द्वारा बनाई गई है। सोलूशन को स्प्रे करने के लिए पीवीसी पाइपिंग और स्प्रे नलिका प्रदान की गई है। सुरंग का आकार 150 सेमी 150 सेमी 220 सेमी है। तीन नोजल का एक सेट स्प्रे करेगा क्योंकि लोग सुरंग के अंदर तीन से पांच सेकंड के बीच की अवधि के लिए चलते ह््ैं। सतहों पर संपर्क करने पर, यह वायरस को मारने के लिए पर्याप्त कुशल है। रेल अधिकारियों का कहना है कि कर्मचारियों को कुशल कीटाणुशोधन सुनिश्चित करने के लिए सुरंग में प्रवेश करते समय अपने हाथों को सामने की ओर उठाने की सलाह दी जाती है। 500 लीटर की क्षमता, कीटाणुशोधन सुरंग 16 घंटे तक लगातार काम करेगी, इसलिए टनल को दिन में केवल एक बार रिफिलिंग की आवश्यकता होती है। ऊर्जा और पानी को बचाने के लिए दो तरफा स्विच प्रदान किया गया है, ताकि प्रवेश के समय व्यक्ति स्प्रे पर स्विच कर सके और बाहर निकल सके। यह डिजाइनिंग वरिष्ठ मंडल विधुत अभियंता (टीआरएस) भुसावल हिमांशु रामदेव के मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ अनुभाग अभियंता, मुकेश चौधरी की देखरेख में बनाया गया है। मध्य रेल पर भुसावल मंडल के इलेक्ट्रिक लोको शेड में कोविड-9 के खिलाफ लड़ने के लिए इस तरह की अधिक स्वच्छता सुरंगों को विकसित करने का काम जारी है।