पिंपरी- पिंपरी चिंचवड शहर के आरपीआई (आठवले) सुरेश निकालजे को मोरवाडी कोर्ट ने कल रिमांड खत्म होते ही येरवडा जेल भेजने का आदेश दी। पिछले 4 दिनों से निकालजे पुलिस रिमांड में थे। क्या है पूरा मामला आओ विस्तार से समझाते है।
होली के दिन सुरेश निकालजे और उनके 8 साथीदार पिंपरी कैम्प श्मशान घाट के पास शेर ए पंजाब होटल के पास खडे थे। यह होटल राष्ट्रवादी कांग्रेस नगरसेवक डब्बू आसवानी के रिश्तेदार बाबा नामक व्यक्ति का है। सूत्रों के हवाले से जो खबर मिली है वो यह कि सुरेश निकालजे मोबाइल में टीकटॉक बनाया। डब्बू आसवानी को फोन पर होली मुबारक देते है और जल्दी ही फिर मिलेंगे कहकर फोन काट देते है।
नगरसेवक डब्बू आसवानी का आरोप है कि निकालजे समेत 9 लोग उनकी हत्या की साजिश रच रहे थे। पिंपरी पुलिस में शिकायत की जाती है। पुलिस जांच के बाद अपराध पंजिकृत कर लेती है और सुरेश निकालजे को 5 दिन पूर्व गिरफ्तार करती है। कोर्ट में पेशी के बाद 4 दिनों की पुलिस रिमांड पर कोर्ट भेज देती है। इधर बाकी साथिदार फरार हो जाते है और गिरफ्तार पूर्व जमानत (एन्टीसेफ्टी बेल) बेल शिवाजीनगर सेशन कोर्ट से ले आते है। कल 4 दिन की रिमांड खत्म होते ही कोर्ट निकालजे को येरवडा जेल भेजने का आदेश सुनाती है।
विधानसभा चुनाव के मतदान के दिन पिंपरी कैम्प में राकांपा और शिवसेना के कार्यकर्ताओं के बीच खूनी संघर्ष हुआ था जिसमें दोनों गुटों को परस्पर विरोधी अपराध पंजिकृत करके येरवडा जेल भेजा गया था। उस झगडे की कडी से इस नए मामले को जोडकर देखा जा रहा है। पिंपरी कैम्प एक बार फिर अशांति की ओर बढ रहा है। आने वाले दिनों में कोई अनहोनी या बडा कांड हो जाए तो कोई आश्चर्य नहीं। पुलिस प्रशासन को गंभीरता से ध्यान देने और दोनों गुटों पर बारिक नजर रखने की जरुरत है।