मुंबई- राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार ने मुसलमानों के साथ खडे हो गए। उन्होंने सवाल किया कि दिल्ली में तबलीगी जमात के लोगों को जलसे व बैठक की मंजूरी किसने दी। जबकि यही जमात महाराष्ट्र में सोलापुर, मुंबई में बैठक करने की अनुमति मांगी थी लेकिन राज्य सरकार ने कोरोना संकट को देखते हुए मंजूरी नहीं दी थी। फिर क्या वजह थी दिल्ली में मंजूरी दी गई। आज टीवी पर मीडिया केवल एक कौम को बदनाम करने में दिन रात लगा है। इससे देश का भाईचारा, एकता, सद्भावना खतरे में आ जाएगा।
राकांपा प्रमुख ने कहा कि महाराष्ट्र में तब्लीगी जमात की दो बड़ी सभाएं- एक मुंबई के पास और दूसरी सोलापुर जिले में प्रस्तावित थी। लेकिन सरकार ने इसे मंजूरी नहीं दी। मुंबई के पास वाले कार्यक्रम के लिए अनुमति पहले ही नहीं दी गई, जबकि पुलिस ने राज्य की ओर से जारी परामर्श का उल्लंघन करने के लिए सोलापुर कार्यक्रम के आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
जब उद्धव ठाकरे रोक सकते हैं तो दिल्ली क्यों नहीं?उन्होंने पूछा, अगर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ऐसे फैसले ले सकते हैं तो दिल्ली में इसी तरह के कार्यक्रम के लिए अनुमति देने से इनकार क्यों नहीं किया गया और किसने इसके लिए मंजूरी दी?शरद पवार ने कहा, मीडिया के लिए इसको इतना उछालना जरूरी क्यों है? यह बेवजह देश में एक समुदाय को निशाना बनाता है।फ देश में हुई मौत और कोविड-19 के 400 से ज्यादा मामलों को पिछले महीने तब्लीगी जमात के निजामुद्दीन मुख्यालय में हुए धार्मिक कार्यक्रम से जोड़ा गया है।
Check Also
संजोग वाघेरे के नामांकन पर्चा दाखिल रैली में उमड़ा जनसैलाब
आदित्य ठाकरे,अमोल कोल्हे,सचिन अहिर,माणिक ठाकरे रहे उपस्थित पिंपरी- मावल लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना उद्धव ठाकरे-राकांपा …