भाजपा ने राष्ट्रवादी की हालत सांप छछुंदर जैसी की, प्रॉपर्टी टैक्स माफी का खेला कार्ड
पिंपरी- पिंपरी चिंचवड शहर के नागरिकों के लिए आज मनपा महासभा से अच्छे दिन की खबर निकलकर आयी है. 2 हजार फुट से अधिक अवैध बांधकामों पर लगे शास्तीकर और 500 फुट तक सभी आम-खास का प्रॉपर्टी टैक्स माफ करने की उपसूचना प्रस्ताव को आज महासभा में मंजूरी मिली है. अब यह प्रस्ताव अंतिम मंजूरी के लिए राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा. पालिका में सत्तारुढ भाजपा ने एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश की है. 2022 में पालिका चुनाव को ध्यान में रखते हुए शहरवासियों को गाजर दिखाकर शुभचिंतक बनने का प्रयास किया तो दूसरी तरफ अगर राज्य सरकार इस विषय को खारिज करती है तो पालिका चुनाव में प्रचार का यह बडा मुद्दा भूनाने से बाज नहीं आएगी. अब राकांपा, शिवसेना, कांग्रेस आघाडी सरकार के पास एक तरफ कुंआ तो दूसरी तरफ खाई है. हालत सांप छछुंदर वाली बन गई न निगलते बनता है और ना ही उगलते.
महासभा में प्रमुख विपक्षी पार्टी राकांपा ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कही कि पिछले 5 सालों से राज्य में भाजपा की सरकार है फिर ऐसा प्रस्ताव क्यों नहीं लायी. अब सरकार बदलते ही भाजपा वाले हमदर्द की गोलियां बांट रहे है. महासभा में उपसूचना के माध्यम से लाए गए विषय सुसंगत नहीं बल्कि विसंगत है. ऐसा आपत्ति विपक्ष की ओर से दर्ज कराया गया है. 1 अप्रैल 2020 तक के 500 स्न्वेयर फुट वाले सभी बांधकाम इमारतों का टैक्स पूर्ण रुप से माफ होने का प्रस्ताव महासभा में पारित हुआ है. सरकार बदलती रहती है. राजनीति खींचतान में जनता का भला हो, अच्छे दिन आए. 2 हजार से अधिक अवैध बांधकामों का शास्तीकर माफ और 500 फुट वाले प्रॉपर्टी टैक्स माफ अगर होता है तो श्रेय लेने की होड मचेगी. क्योंकि दो साल में पालिका चुनाव है और सत्ताधारी भाजपा पूरी ऐढी चोटी का जोर लगाएगी. वहीं राकांपा खोयी सत्ता वापस पाने के लिए हरसंभव कोशिश करेगी.