पुणे(मंगेश फल्ले). नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर का प्रतिष्ठित पद और 17 साल की नौकरी छोड़कर प्रवीण तलपुले कैंसर पीड़ित बच्चों को हंसाने में जुटे हैं। उन्हें वर्ष 2000 में एक परिचित ने कैंसर पीड़ित बच्चों को जादू दिखाने बुलाया। अगले दिन फोटो अखबार में छपा, लेकिन उसी दिन पता चला कि उस बच्चे का निधन हो गया है और उसी की इच्छा थी कि मरने से पहले जादू देखना है। इस घटना के बाद प्रवीण ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। वे अब तक स्कूलों, अस्पतालों, वृद्धाश्रम, कच्ची बस्ती जाकर जादू दिखाते हैं। बीते 18 साल में 6 हजार से ज्यादा शो कर चुके हैं।
आईएनएस विराट पर इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर ऑफिसर थे
पुणे के प्रवीण ने 1984 में नौसेना में कमीशंड ऑफिसर के तौर पर ज्वाइन
किया। बचपन से ही उन्हें जादू का शौक था, वे नौसेना के जलसों और पारिवारिक
पार्टियों में जादू दिखाया करते थे। 1995 में वे मुंबई में आईएनएस विराट पर
इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर ऑफिसर बने।