ताज़ा खबरे
Home / pimpri / शरद पवार के जन्मदिन पर अजितदादा की दहशत, नहीं दिखे फ्लेक्स नहीं दिखा विज्ञापन

शरद पवार के जन्मदिन पर अजितदादा की दहशत, नहीं दिखे फ्लेक्स नहीं दिखा विज्ञापन


पिंपरी- अजितदादा पवार की खुली बगावत का असर शरद पवार के जन्मदिन पर भी पडा. शरद पवार के 12 दिसंबर जन्मदिन पर अजितदादा की ऐसी दहशत दिखी कि किसी राष्ट्रवादी कार्यकर्ता, नेता, विधायक, नगरसेवक पिंपरी चिंचवड शहर में न फ्लेक्स लगवाए और न ही अखबारों में शुभकामना भरा विज्ञापन दिए. राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकर्ता व नेताओं के अलावा उद्योगजगत में भी दादा की दहशत नजर आया. कंपनियों, शिक्षा संस्थानों, कार्पेरेट जगत किसी ने शरद पवार का विज्ञापन देने की हिम्मत नहीं दिखाई. क्योंकि दादा से पंगा पडेगा महंगा.
पिछले कई सालों से देश के नेता, मराठा नेता शरद पवार के जन्मदिन की तैयारियां एक महिने पूर्व शुरु हो जाती थी. अखबारों के 5-10 पेज फुल विज्ञापनों की बुकिंग की जाती थी. फ्लेक्स वालों के पास काम का इतना बोझ बड जाता था कि ऑर्डर वापस करना पडता था. मगर हालात बदले, समय बदला और घर में ही भतीजा बागी हो चला. चाचा को खुली चुनौती देकर भाजपा से हाथ मिलाया और सरकार बनाया.ये दूसरी बात है कि पवार साहब ने अपना दमखम दिखाया और एक को छोडकर अपने सारे राष्ट्रवादी विधायकों की घरवापसी 24 घंटे के अंदर कराने में सफल रहे. मगर विधायक शरीर से साहेब के पास और मन से दादा के साथ जुडे रहे.
अजितदादा ने हाल ही में अप्रत्यक्ष रुप से धमकी भी दी है कि उनको उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो वो पार्टी में राडा करेंगे. मतलब सरकार गिराने की ताकत आज भी रखते है. आज भी राष्ट्रवादी के विधायक दुविधा की स्थिति में है. लेकिन संगठन में दादा की मजबुत पकड और इतने वर्षोर्ेंं से पिंपरी चिंचवड शहर में दादा ने ही सबको कुछ न कुछ देकर बडा किया .सबकी जन्मकुंडली भी दादा के पास है. पार्टी के कार्यकर्ता, स्थानीय नेता अपनी समस्या को लेकर दादा के पास जातेे है. साहब के पास कोई नहीं जाता. यही कारण है कि दादा के दहशत के आगे किसी ने पवारसाहेब के जन्मदिन पर न फ्लेक्स लगवाए और न ही समाचारपत्रों में विज्ञापन दिए. क्योंकि दादा की नजर में आकर अपना सत्यानाश कोई नहीं कराना चाहता था.पवार साहब के जन्मदिन पर 10 दिनों तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होता था वो भी छु मंतर रहा. पूरा शहर पवारमय रहता था लेकिन इस बार शहर सूना सूना, विरान, उजडा चमन जैसा लगा. दादा ने दिखा दिया कि संगठन में उनकी पकड मजबुत है. उनके बिना एक पत्ता भी नहीं हिल सकता.

Check Also

संजोग वाघेरे के नामांकन पर्चा दाखिल रैली में उमड़ा जनसैलाब

आदित्य ठाकरे,अमोल कोल्हे,सचिन अहिर,माणिक ठाकरे रहे उपस्थित पिंपरी- मावल लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना उद्धव ठाकरे-राकांपा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *