मुंबई – हयात का अर्थ जिंदगी होता है और मुंबई के इस होटल से शायद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन को नई जिंदगी ही मिलती दिख रही है। शनिवार को देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के अचानक शपथ के बाद झटके से उबरते हुए तीनों दलों ने 162 विधायकों की परेड कराई। यही नहीं सभी विधायकों को एनसीपी के नेता जितेंद्र अव्हाड ने गठबंधन के साथ रहने की शपथ दिलाई। इससे पहले उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर वार करते हुए कहा कि हम सत्यमेव जयते के लिए लड़ रहे हैं और सत्ता में जयते नहीं होना चाहिए।
बउत्साहित नजर आ रहे उद्धव ठाकरे ने कहा कि अब तो एक कैमरे में सबकी तस्वीर नहीं आएगी। दोस्त बढ़ गए हैं। उनके बाद बोलते हुए शरद पवार ने एक तरफ बीजेपी और अजित पवार पर वार किया तो दूसरी तरफ विधायकों को भी साधने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘गलत तरीके से सरकार बनाई। कर्नाटक और मणिपुर में भी बीजेपी ने ऐसा ही किया। यह अनैतिक तरीके से सरकार बनाने की प्रक्रिया देश में बीजेपी ने शुरू की है। कल सुप्रीम कोर्ट फ्लोर टेस्ट की तारीख बताएगा। उस दिन के लिए हम सभी को तैयार रहना होगा। नए विधायकों के मन में संदेह पैदा करने का काम किया जा रहा है।’
पवार बोले, अब तो शिवसेना भी साथ, सबक सिखाने को काफी
शरद पवार ने पार्टी की एकजुटता की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि कोई भी पार्टी के खिलाफ नहीं जाएगा, इसकी जिम्मेदारी मेरी है। आप लोग किसी भी तरह के बहकावे में न आएं। अब वह कोई फैसला नहीं ले सकते। अवैध काम करेगा, उसे सबक सिखाने का काम हम तीनों दल करेंगे। इस तरह से उन्होंने विधायकों को एक तरह से अजित पवार के साथ जाने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। उन्होंने कहा, अब तो हमारे साथ शिवसेना भी आ गई है और यह सबक सिखाने के लिए काफी है।
सोनिया, पवार और उद्धव के नाम की शपथ
शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं के भाषणों के बाद सभी विधायकों को गठबंधन में रहने की शपथ दिलाई गई। इन विधायकों को शपथ दिलाई गई, ‘सोनिया गांधी, शरद पवार और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में हम एक साथ रहने की शपथ लेते हैं। महाराष्ट्र ने बीजेपी के खिलाफ मत दिया है और हम उन्हें मदद पहुंचाने जैसा कोई काम नहीं करेंगे।’
धनंजय मुंडे की भी पवार के दरबार में हाजिरी
इस पूरी मीटिंग में भले ही तमाम दिग्गज नेता मौजूद थे, लेकिन सबसे दिलचस्प थी धनंजय मुंडे की मौजूदगी। कहा जाता है कि शनिवार सुबह सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ डेप्युटी सीएम की शपथ लेने के लिए वह जिन विधायकों को लेकर गवर्नर हाउस पहुंचे थे, वे सभी धनंजय मुंडे के आवास पर ही जुटे थे।
कांग्रेस के दिग्गज और SP के अबू आजमी भी मौजूद
एनसीपी के सीनियर नेता छगन भुजबल और अजित पवार की जगह विधायक दल के नेता चुने गए जयंत पाटील भी बैठक का हिस्सा रहे। कांग्रेस से पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण और अशोक चव्हाण भी शामिल रहे। इनके अलावा कांग्रेस के दिग्गज नेता और विधायक बालासाहेब थोराट भी इस बैठक में मौजूद थे। समाजवादी पार्टी के नेता अबू आसिम आजमी भी मौजूद थे।