शास्तीकर की गुलामी से आजादी, मनपा में गुरुवार को करो चढाई
शास्तीकर के खिलाफ विराट, मोर्चा अभी नहीं तो कभी नहीं
पिंपरी- पिंपरी चिंचवड मनपा का सबसे बडा अभिशाप बना शास्तीकर की गुलामी से आजादी दिलाने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस के तेज तर्रार नेता दत्ता काका साने गुरुवार 25 जुलाई सुबह 10 बजे आकुर्डी खंडोबा माल चौक से 20 हजार लोगों के साथ मनपा भवन की ओर कूच करेंगे. इस मोर्चा की कमान खुद दत्ता काका साने ने संभाली है. शहर के सर्वदलीय नेता और सामाजिक संघटना के सामाजिक कार्यकर्ता समेत हजारों की संख्या में शास्तीकर की गुलामी में कैद जनता इस मोर्चा में शामिल होने वाली है.श्री साने ने लोगों से अपील की है कि अपने लिए सारा कामकाज छोडकर इस विराट मोर्चा का हिस्सा बने, गवाह बने.
श्री साने ने हमारे संवाददाता को बताया कि शास्तीकर,अवैध बांधकामों पर कार्रवाई, रेडझोन आदि समस्या जब तक हल नहीं हो जाती तब तक वे अपना जन्मदिन नहीं मनाएंगे. ऐसा
भीष्म प्रतिज्ञा ली है. पिछले 11 सालों से श्री साने अपना जन्मदिन नहीं मनाया यह बात सोलह आने सत्य है. जनता के यही मुद्दों की खातिर साने ने तात्कालीन पालिका आयुक्त डॉ. श्रीधर परदेशी को धमकी दी थी कि अगर एक भी बांधकाम टूटा या शास्तीकर के नाम पर किसी का मकान सील किया तो सरेआम गोली मारकर जेल जाना पसंद करुंगा. इतना ही नहीं श्री साने ने अपना नगरसेवक पद से इस्तीफा देकर आयुक्त के मुंह पर मारा था. अनधिकृत बांधकाम, रिंगरोड, पानी समस्या,शास्तिकर, कचरा आदि समस्या बिना विलंब हल करने की मांग आयुक्त से की जाएगी.
सत्ताधारी भाजपा के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस 2014 में चिंचवड की एक सभा में एलान किया था कि सरकार बनते ही शास्तीकर माफ कर देंगे. 5 वर्ष बीत जाने के बाद भी शास्तीकर माफ नहीं हुआ. 500-1000 स्क्वेयर फुट शास्तीकर माफी की घोषणा एक छलावा साबित हुई. आज तक का सभी शास्तीकर की रकम भरो फिर माफी पर विचार. ऐसा धोका व छलकपट सत्ताधारी भाजपा ने लोगों के साथ किया. श्री साने ने लोगों से अपील की है कि जिस तरह शास्तीकर माफी के बहकावे में आकर भाजपा को सत्ता पर बैठाया उसी तरह शास्तीकर के लिए सत्ता से हटाने का भी काम करें. इसकी शुरुआत कल होने वाले विराट मोर्चा में शामिल होकर करें. अपना गुस्सा,नाराजगी, ताकत दिखाने के लिए हजारों की संख्या में लोग घरों से निकलें.क्योंकि अभी नहीं तो कभी नहीं. साने ने कल दावा किया कि 20 हजार लोगों के साथ मनपा भवन की ओर कूच करेंगे. अगर किसी में दम है तो रोककर दिखाएं.
इधर पुलिस प्रशासन और सत्ताधारी भाजपा के स्थानीय नेताओं के हाथ पांव फूल गए है. पुलिस प्रशासन भारी संख्या में सुरक्षा की दृष्टि से जवान तैनात करने की चिंता में डूबी है तो भाजपा नेता मनपा भवन में आयुक्त श्रावण हर्डीकर के साथ बैठक पे बैठक करके रास्ता निकालने में व्यस्त है. विधानसभा चुनाव सिर पर है. अगर शास्तीकर के मुद्दे पर पब्लिक का मूड घूम गया तो लेने के देने पड सकते है. यह चिंता सता रही है.