ताज़ा खबरे
Home / pimpri / सेवा विकास बैंक में घोटाला का आरोप राजनीतिक से प्रेरित- अँड अमर मूलचंदानी

सेवा विकास बैंक में घोटाला का आरोप राजनीतिक से प्रेरित- अँड अमर मूलचंदानी

पिंपरी- सेवा विकास बैंक में एक रुपये का भ्रष्ट्राचार अथवा घोटाला नहीं हुआ. बैंक का कामकाज आरबीआई के नियमों के अनुसार हो रहा है. बैंक में जमाराशि पूरी तरह सुरक्षित है. खाता धारक धनराज आसवानी के लगाए गए आरोपों को गंभीरता से न लें. ऐसा खुलासा और अपील आज पत्रकार परिषद में चेयरमैन अँड अमर मूलचंदानी ने किया.
करीबन 238 करोड रुपये के कर्ज घोटाले का आरोप लगाते हुए बैंक के पूर्व चेयरमैन धनराज आसवानी ने पुलिस में शिकायत की थी. इस मामले में पुलिस आयुक्त आर. के. पद्नाभन के निर्देश पर बैंक के सभी संचालकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420,406, 409,465, 467, 468, 471,34 के तहत एफआयआर दर्ज हुआ है. आज श्री मूलचंदानी इसी आरोप का खुलासा दे रहे थे.
श्री मूलचंदानी ने आगे कहा कि पुलिस में दर्ज की गई एफआयआर गलत तरीके से हुई. इसको वे कानूनी चूनौति देंगे. साथ ही शिकायतकर्ता धनराज आसवानी एन्ड टीम के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करेंगे. कुछ व्यापारी दोस्तों को लोन दिया है. समय पर लोन न भरने की वजह से अकाऊंट एनपीए में चला गया. इसका मतलब बैंक में भ्रष्ट्राचार या घोटाला हुआ ऐसा नहीं. आरबीआई के नियमों के आधीन रहकर बैंक का कामकाज हो रहा है. आज भी बैंक फायदे में है. एनपीए अकाऊंट के लोन की रकम आज नहीं तो कल वसूल हो जाएगी. अगर किसी को बैंक के बारे में कोई जानकारी अथवा कागजात देखने है तो वो दिखाने को तैयार है. आगामी 6 महिनों में बैंक संचालक बॉडी का चुनाव है. इसको ध्यान में रखते हुए विरोधक बदनाम करने की साजिश कर रहे है.
वर्ष 20117-18 में बैंक को 7 करोड का मुनाफा हुआ. जब बैंक के चेयरमैन की कमान संभाली थी उस समय बैंक में डिपाजिट 200 करोड रुपये था जो वर्तमान में 700 करोड के पार पहुंच गया है. बैंक शाखा 8 से बढकर 25 हो गई.100 की संख्या में स्टाफ था जो बढकर 300 के करीब पहुंच गया. विरोधकों ने अबतक बैंक व संचालकों के विरुद्ध 38 केस कोर्ट में दायर किए जिसमें से 37 मामलों में बैंक के पक्ष में रिजल्ट लगा.
आपको बताते चलें कि दो दिन पूर्व एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस आयुक्त से मिला और प्रमाणों के साथ अपनी शिकायत दी थी. साथ ही लेखापरिक्षण की रिपोर्ट भी सौंपी. शिष्टमंडल में पूर्व नगरसेवक हरेश बोदानी, राकांपा के नगरसेवक डब्बू आसवानी, उद्योगपति राजकुमार आसवानी, कुमार मेघणी, किशोर पहुजा, राजेश सोनजा, रतन वाघवानी, श्याम कुकरेजा, विकी मंथन, गोपाल सेवानी, प्रकाश आसवानी, बंशी धनाणी नितिन रोहरा आदि शामिल थे. रिजर्व बैंक की जांच पडताल में यह पाया गया कि सेवा विकास बैंक ने जो लोन दिया है उसमें कई अनियमितता है. बैंक के संचालकों और प्रबंधन की सांठगांठ से बिना जमानती कागजात के कर्ज देने के नियमों का उल्लघंन किया गया है.एक करोड से ज्यादा की नगदी क्रेडिट की सुविधा में भी अनियमितता बरती गई. शेयर धारकों ने इस बारे में सहकारिता विभाग और रिजर्व बैंक से कई बार शिकायतें भी की थी. संचालकों और प्रबंधकों से खाता धारकों और शेयर धारकों के हडपे पैसों की एक एक पाई वसूलने की मांग की गई थी. सन 2010-2019 के बीच गलत तरीके से 104 लोगों को कर्ज बांटा गया. दोषियों के खिलाफ सहकार आयुक्क्त व निबंधक सहकारी संस्था, महाराष्ट्र राज्य से कार्रवाई की मांग की गई थी.
पिंपरी पुलिस थाने में मामला दर्ज होने के बाद इसकी जांच आर्थिक अपराध शाखा को पुलिस आयुक्त ने सौंपी. इस शाखा के पुलिस निरिक्षक श्रीराम पोल ने सहनिबंधक सहकारी संस्था (लेखा परिक्षण) को एक पत्र भेजा. इसमें रिजर्व बैंक और सहकारिता कानून व नियमों का पालन न करने तथा कर्ज देते समय मनमानी तरीका अपनाने की बात कही गई. सहकारिता विभाग के श्री जाधवर ने लेखापरिक्षण कर अपनी रिपोर्ट पेश की. इस रिपोर्ट में 238 करोड रुपये के कर्ज वितरण में घोटाला होने की बात कही गई थी.

Check Also

संजोग वाघेरे के नामांकन पर्चा दाखिल रैली में उमड़ा जनसैलाब

आदित्य ठाकरे,अमोल कोल्हे,सचिन अहिर,माणिक ठाकरे रहे उपस्थित पिंपरी- मावल लोकसभा क्षेत्र से शिवसेना उद्धव ठाकरे-राकांपा …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *