पिंपरी- चिखली में विरोधी पक्षनेता दत्ता काका साने के जनसंपर्क कार्यालय में हुई तोडफोड की घटना कके पीछे मास्टर मांइड कौन है? पुलिस जल्द से जल्द मास्टरमाइंड का खुलासा करें और सभी असली हमलावरों को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे डाले. अगर पुलिस दो दिनों के अंदर मास्टर माइंड का पर्दाफाश करने में नाकाम रहती है तो तीव्र आंदोलन किया जाएगा. जिसके लिए पुलिस प्रशासन खुद जिम्मेदार होगी. ऐसी चेतावनी आज दत्ता साने ने दी.
श्री साने ने कहा है कि उनकी अगुवाई में एक शिष्टमंडल दल पुलिस कमिश्नर से मिलकर मांग करेगा कि अबतक पुलिस की कार्रवाई से वो संतुष्ट नहीं है. क्योंकि घटना की जांच पुलिस गलत दिशा में लेकर जा रही है. गुमराह करके नई कहानी रच रही है. पकडे गए दो हमलावरों पर शंका हो रही है. असली हमलावर आज भी पुलिस से कोसों दूर है. इसके पीछे मास्टर माइंड को बचाने का काम हो रहा है. पुलिस द्धारा तोडफोड की जो कहानी बतायी गई कि कर्मचारी (पी.ए.) से झगडा होने का बदला लिया गया. यह पूरी तरह मनगढत कहानी है क्योंकि उनका निजी कोई पीए नहीं. कार्यालय में तीन लडकियां काम करती है. पुरुष एक भी नहीं. तोडफोड के दिन पहले निवास के बाहर हमलावर गए फिर कार्यालय में आए फिर न केवल तोडफोड की बल्कि मेरे फोटो पर कोयता से प्रहार किया गया. दुसरे दिन भोसरी पुलिस दो लोगों को गिरफ्तार करती है. जबकि असली हमलावर और मास्टर माइंड आज भी पुलिस की पकड से बाहर है.
श्री साने ने फिर दोहराया कि उनका कोई बांधकाम या जमीन खरीदी विक्री का धंधा नहीं .किसी भी प्रकार का व्यवसाय भी नहीं. व्यावसायिक दुश्मनी का सवाल ही नहीं पैदा होता. राजनीतिक दुश्मनी के तहत अवश्य घटना को अंजाम दिया गया होगा. चिखलीकरों के मन में काफी गुस्सा है. निवासी, दुकानदार, नौजवान सभी रास्ते पर उतरकर आंदोलन की तैयारी कर रहा है. आने वाले दिनों में पुलिस आयुक्तालय पर मोर्चा और घेराव जैसे कदम उठाए जाने वाले है. अगर कोई अनहोनी घटना घटी तो उसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी. ऐसा श्री साने ने चेतावनी दी है.
Tags हमलावरों का मास्टर माइंड कौन? पुलिस की जांच संदेहास्पद
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