- नीतीश कुमार की दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात के बाद भाजपा-जदयू में सहमति बनी
- शाह ने कहा- बिहार में लोजपा और रालोसपा भी भाजपा-जदयू के साथ, लेकिन रालोसपा प्रमुख तेजस्वी से मिले
- नीतीश ने कहा- सीटों की संख्या को लेकर साथी दलों से बातचीत अंतिम दौर में
- जदयू ने 2014 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ा था, उसे 2 सीटें मिली थीं; एनडीए ने 31 सीटें जीती थीं
पटना. 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और जनता दल यूनाइटेड में शुक्रवार को सहमति बन गई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान बिहार में लोकसभा सीटों के बंटवारे पर चर्चा हुई। शाह ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बिहार में भाजपा और जदयू समान सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। बाकी साथियों को भी सम्मानजनक सीटें दी जाएंगी। सीटों की संख्या का ऐलान दो-तीन बाद किया जाएगा।शाह ने कहा- साथियों के साथ चर्चा में यही तय हुआ है कि मोदीजी के नेतृत्व में केंद्र में प्रचंड बहुमत में भाजपा की सरकार बनानी है। बिहार में भी एनडीए बड़ी ताकत बनकर उभरेगा। नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और लोजपा के रामविलास पासवान के नेतृत्व में मिलकर चुनाव लड़ा जाएगा। 2019 के चुनाव में हम बिहार में और ज्यादा मजबूत होकर उभरेंगे।नीतीश ने कहा- मोदी से मुलाकात भी हुई और विकास पर बात भीनीतीश कुमार ने कहा कि हमारे बीच बातचीत हो चुकी है। जदयू और भाजपा बराबर सीटों पर ही लड़ेंगे। बाकी दलों के लिए सीटों की संख्या तय करने के बारे में अंतिम दौर में बातचीत चल रही है। सीटों की संख्या तय होने के बाद हम यह देखेंगे कि किस सीट से किस पार्टी का उम्मीदवार चुनाव लड़ेगा। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात हुई। उनसे विकास के मुद्दों पर बात हुई। तेजस्वी से मिले कुशवाहा, लेकिन शाह ने कहा- वे हमारे साथ
जिस वक्त शाह और नीतीश दिल्ली में साझा प्रेस काॅन्फ्रेंस कर रहे थे, उस वक्त एनडीए के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा राजद नेता तेजस्वी यादव से बिहार में मुलाकात कर रहे थे। जब शाह और नीतीश से इस बारे में पूछा गया तो दोनों ने कहा कि भाजपा, जदयू और लोजपा के साथ कुशवाहा की पार्टी भी एनडीए के साथ ही रहेगी।तेजस्वी से मुलाकात के बाद कुशवाहा ने बताया कि अब तक यह तय नहीं हो पाया है कि जदयू और भाजपा कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। 50:50 कहने का मतलब यह साफ नहीं हुआ है कि दोनों के पास कितनी सीटें रहेंगी। जब तक सीटें तय नहीं हो जातीं, कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। इस सवाल पर कि क्या वे राजद के नेतृत्व वाले महागठबंधन के साथ जा सकते हैं, कुशवाहा ने इसका जवाब देने से इनकार कर दिया।तेजस्वी ने कहा- नीतीश और भाजपा के हाथ-पैर फूल गएराजद गठबंधन के बढ़ते जनाधार,ज़मीनी हक़ीक़त और सर्वे का सामना करने के बाद नीतीश जी और बीजेपी के हाथ-पैर फ़ुल गए इसलिए आनन-फ़ानन में यह वोट कटाव रोकने का प्रयास है।
बिहार क्रांति व बदलाव की धरती है। ये चाहे ट्रम्प को भी मिला लें, बिहार की न्यायप्रिय जनता इनको कड़ा सबक़ सिखायेगी।