ताज़ा खबरे
Home / pimpri / महाराष्ट्र में पत्रकारिता जीवित…निर्भिक पत्रकारिता की जरुरत-राज ठाकरे

महाराष्ट्र में पत्रकारिता जीवित…निर्भिक पत्रकारिता की जरुरत-राज ठाकरे

पिंपरी-पत्रकारिता की परिभाषा,दायित्व,कर्तव्यनिष्ठा का पाठ पढ़ाते हुए और पत्रकारों की कमियां खरोच खरोचकर निकालते हुए मनसे के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में पत्रकारिता अभी जिंदा है। ट्रोलिंग पर ध्यान न दें, मोबाइल की वजह से कई लोग अपनी बात कहने लगे हैं। आप इस पर प्रतिक्रिया क्यों दे रहे हैं? मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने पत्रकारों से महाराष्ट्र के हित पर निडर होकर बोलने और लिखने की अपील की। पत्रकारों पर हो रहे हमला निंदनीय है,मैं पत्रकारों के साथ खडा हूँ।

मनसे कार्यकर्ताओं के बीच हॉल में बैठे राज ठाकरे
राज ठाकरे आज आकुर्डी में पिंपरी चिंचवड एडिटर्स गिल्ड द्धारा आयोजित पत्रकार हल्ला विरोधी कायदा परिषद के पत्रकार गौरव समारोह में बोल रहे थे। व्यासपीठ पर विभिन्न टीव चैनलों व बडे समूह के अखबार के संपादक,वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित थे। दर्शक दीर्घा मे सांसद श्रीरंग बारणे,पूर्व विरोधी नेता नाना काटे,पूर्व नगरसेवक सचिन चिखले,पूर्व नगरसेवक राहुल कलाटे,राजू मिसाल,मारुति भापकर समेत बडी संख्या में राज्य भर से आए पत्रकार उपस्थित थे। पत्रकारों पर हो रहे राज्य भर में हमला के मुद्दे पर संपादकों की टीम ने चर्चासत्र के दौरान मंथन किया और अपने अपने विचार व्यक्त किए।

राज ठाकरे ने अजित पवार पर निशाना साधा
राज ठाकरे ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार को निशाने पर लेते हुए कहा कि भोपाल में मोदी 70 हजार करोड के घोटालेबाजों को सजा देने की गारंटी देते है और 48 घंटे के भीतर अजित पवार सरकार में शामिल हो जाते है। उनको अपने उपर लगाए गए आरोपों का जवाब देना चाहिए था,आरोप गलत है साबित करना चाहिए था,सरकार में शामिल होकर वे अपनी विश्वसनीता जनता की नजरों में खो दिए। वर्तमान में अधिकांश पत्रकार मंत्रियों,नेताओं की गोद में बैठे है। असली पत्रकारिता कहीं खो रही है। वरिष्ठ संपादकों की जवाबदेही बनती है कि पत्रकारिता को जिंदा रखे। राज ठाकरे के आगमन होते ही सर्वप्रथम वे दर्शक दीर्घा में बैठे अपने मनसे पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे और उनके बीच में कुछ पल बैठकर हाल खबर ली।

राज ठाकरे के हाथों जिन वरिष्ठ पत्रकारों का सत्कार हुआ उनके नाम इस प्रकार है:
1) पराग करंदीकर(संपादक-दै.महाराष्ट्र टाईम्स,मुंबई) 2)कमलेश सुतार(संपादक-लोकशाही मराठी,मुंबई)3) राहुल कुलकर्णी(एबीपी माझा) 4) अद्धैत मेहता(ज्येष्ठ पत्रकार) 5)अनिल मस्के(संपादक-दै.पुण्यनगरी)अमित मोडक(पत्रकार-डीजिटल मीडिया) 6)संदीप महाजन(पत्रकार) 7)अविनाश खंदारे(दै.लोकमत,युवतमाल) 8)अश्विनी सातव-डोके(असो.एडिटर-न्यूजस्टेट महाराष्ट्र) 9) नीतिन पाटिल(संपादक-पोलिसनामा,पुणे) 10) आशिष देशमुख(दै.पुढारी,पुणे) 11) महेश तिवारी(न्यूज18 लोकमत,गडचिरोली) 12) गोविंद वाकडे(न्यूज 18 लोकमत,पिंपरी चिंचवड)

पिंपरी-चिंचवड़ एडिटर्स गिल्ड द्वारा आयोजित एंटी जर्नल अटैक लॉ कॉन्फ्रेंस में राज ठाकरे ने पत्रकार अधिकारों के लिए लड़ने वाले राज्य के पत्रकारों को सम्मानित किया। अकुर्डी में सी.डी. मडगुलकर सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सांसद श्रीरंग बारणे, अनिल शिदोरे, अमित ठाकरे, मनसे नेता अनिल शिदोरे, अमित ठाकरे, पूर्व विपक्षी नेता राजू मिसाल, नाना काटे, पूर्व नगरसेवक राहुल कलाटे, शत्रुघ्न काटे, मनसे शहर अध्यक्ष सचिन चिखले और अन्य उपस्थित थे।

निर्भीक पत्रकारिता बची रहनी चाहिए
आज कई पत्रकार पत्रकारिता को बर्बाद कर दिए हैं। वे बड़े-बड़े पदों पर बैठे हैं। पत्रकारों ने मंत्रियों के साथ काम करना शुरू कर दिया है। पहले यह गुपचुप तरीके से किया जाता था। अब खुलकर काम कर रहे हैं। ये लेबल वाले पत्रकार सम्मेलन में आते हैं और हमसे सवाल पूछते हैं। वे ये क्या बोले, ये क्या बोले जैसे सवाल पूछ रहे हैं। राजनीति का स्तर, भाषा बदल गयी है। जैसा आप दिखाते हैं वैसा ही वे बात करते हैं।’ ठाकरे ने सवाल करते हुए कहा कि जब आप ना दिखाएंगे तो कहां बात करेंगे। पत्रकारों पर हमला हो रहा है लेकिन हमारे हमले का क्या? महाराष्ट्र में पत्रकारिता आज भी जीवित है। मैंने पत्रकारिता में भी काम किया है। मार्मिक में ब्लॉक करने का काम किया। वहां से लेकर अखबार छपने तक का सफर इसमें देखा गया है। पत्रकारिता नहीं देखी। मैं पत्रकारिता से राजनीति में आया हूं। आज पत्रकारिता देख रहा हूँ। पत्रकारों को इस बात से नाराज़ होना चाहिए कि अजित पवार सत्ता में आये। महाराष्ट्र में क्या चल रहा है? छह दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनसीपी पर करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और छह दिन बाद ही वह सत्ता में आ गय। इसे लेकर पत्रकार नाराज नहीं हैं। वे बस इस पर हंसते हैं और इसे जाने देते हैं। राज ठाकरे अभी अभी घर से बाहर निकले…ब्रेकिंग न्यूज यह पत्रकारिता हो रही है। निर्भीक पत्रकारिता बची रहनी चाहिए।

कार्यक्रम के अध्यक्ष स्थान पर अविनाश चिलेकर विराजमान थे। प्रस्तावना भाषण सकाळ के वरिष्ठ पत्रकार जयंत जाधव ने दिया। सूत्रसंचालन की कमान अजय कातळे और ने संभाली।

Check Also

चाकण की 50 कंपनियों का गुजरात समेत अन्य राज्यों में पलायन

पुणे- चाकन इंडस्ट्रियल इस्टेट ऑटोमोबाइल विनिर्माण उद्योग का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। चाकन में बुनियादी …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *